इंदौर

एमपी में अतुल सुभाष जैसा केस, सुसाइड नोट में युवक ने लिखा- महिलाएं कर रही है कानूनों का दुरूपयोग

misusing the laws: मध्य प्रदेश के इंदौर में एक 28 साल के युवक ने अपनी पत्नी और उसके रिश्तेदारों से परेशान होकर फांसी लगा ली। उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी आपबीती लिखी है।

इंदौरJan 22, 2025 / 04:32 pm

Akash Dewani

misusing the laws: मध्यप्रदेश के इंदौर से बेंगलुरु के अतुल सुभाष सुसाइड केस जैसा बड़ा मामला सामने आया है। यहां एक 28 साल के युवक नितिन पड़ियार ने अपनी पत्नी और उसके रिश्तेदारों से परेशान होकर फांसी लगा ली। उसने एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी आपबीती लिखी है। इस सुसाइड नोट में मृतक नितिन ने कहा है कि महिलाएं कानूनों का दुरूपयोग कर रही है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। शव का पीएम पीएम करवाकर उसे परिवार को सौंप दिया गया है।

5 साल पहले हुई थी शादी

पुलिस के अनुसार, यह घटना सोमवार बाणगंगा क्षेत्र में घटी थी। यहां रहने वाले नितिन पड़ियार ने अपने ही घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। नितिन ने करीब 5 साल पहले लव मैरिज की थी। पिछले कुछ समय से नितिन और उसके पत्नी के बीच रिश्ते ठीक नहीं चल रहे थे। पत्नी कुछ समय से अपने मायके में रहती और कोर्ट में दोनों के तलाक का मामला भी चल रहा है। पुलिस ने बताया है कि मृतक के परिजन ने नितिन की पत्नी उससे, तलाक के बाद भरण-पोषण के अलावा अलग से 30 लाख रुपये की मांग कर रही थी।
यह भी पढ़ें
बोर्ड एग्जाम में सबसे ज्यादा पूछे जाएंगे 2 नंबर वाले सवाल, पैटर्न अपलोड

सुसाइड नोट में बताई आपबीती

मृतक नितिन ने अपने सुसाइड नोट में कई बातें लिखी है। उसने लिखा कि ‘मैं नितिन पड़ियार भारत सरकार से यह विनती करता हूं कि भारत का कानून बदलें क्योंकि महिलाएं इस कानून का दुरुपयोग कर रही हैं। अगर आपने यह कानून-व्यवस्था नहीं बदली, तो रोज कई लड़के और उनके परिवार उजड़ते रहेंगे।’
मृतक ने आगे लिखा कि ‘भारत के सभी युवाओं से मेरा निवेदन है कि शादी ना करें और अगर करते भी हैं तो एग्रीमेंट बनवाकर शादी करें।अगर किसी को यह समझ आए कि मेरे साथ बुरा हुआ है, तो मेरे मरने के बाद मुझे न्याय दिलाए और अगर समझ ना आए, तो खुद की बारी का इंतजार करे।’

Hindi News / Indore / एमपी में अतुल सुभाष जैसा केस, सुसाइड नोट में युवक ने लिखा- महिलाएं कर रही है कानूनों का दुरूपयोग

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.