बताया जा रहा है कि, शहर में स्थित चोइथराम अस्पताल के रिटायर्ड डॉक्टर मनमोहन सोनी अपने घर से सुबह करीब 11 बजे भोजन किए बिना ही ड्राइवर के साथ कार में बैठकर अचानक चले गए थे। उन्होंने ड्राइवर से सी-21 मॉल चलने को कहा। यहां पहुंचने पर ड्राइवर को मॉल के बाहर ही खड़ा करके डॉक्टर सोनी शॉपिंग करने का कहकर मॉल में चले गए। बताया जा रहा है कि, 3 घंटे से ज्यादा समय ड्राइवर मॉल के बाहर खड़ा रहा। इस दौरान ड्राइवर ने कॉल किया तो उन्होंने कहा कि, बस कुछ देर में आ रहा हूं। इसके बाद करीब 4 बजे ड्राइवर खुद उन्हें देखने मॉल में चला गया, जहां उसे पता चला कि, डॉ सोनी मॉल की चोथी मंजिल से कूद गए हैं और उन्हें नजदीक के निजी डीएनएस अस्पताल ले जाया गया है।
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अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
ड्राइवर को मौके से डॉक्टर सोनी का जूता भी मिला। वहीं, मॉल प्रबंधन से मिली जानकारी के आधार पर ड्राइवर डीएनएस अस्पताल पहुंचा और परिवार के अन्य सदस्यों को भी घटना की जानकारी दी। इसके बाद ड्राइवर के साथ साथ डॉक्टर सोनी के परिवार के सदस्य भी अस्पताल पहुंच गए। अस्पताल के चिकित्सकों की मानें तो डॉक्टर सोनी इमारत से सिर के बल जमीन पर गिरे थे, जिसके चलते उन्हें सिर में गंभीर चौटें आईं थी। इसी के चलते इलाज के दौरान कुछ ही देर में उनकी मौत हो गई।
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स्पाइन की बीमारी से थे ग्रस्त
बताया जा रहा है कि, 75 वर्षीय डॉक्टर मनमोहन सोनी की एक ही बेटी है, जो मुंबई में रहती है। घटना की जानकारी के बाद बेटी इंदौर के लिए रवाना हो गई हैं। वहीं, ये बात भी सामने आई है कि, डॉसोनी स्पाइन की बीमारी से ग्रस्त थे और इसी के इलाज के लिए वो गुरुवार को बॉम्बे भी जाने वाले थे। 2 दिन पहले ही उनकी एमआरआई हुई थी। आशंका जताई जा रही है कि, बीमारी से परेशान आकर उन्होंने ये कदम उठाया है। हालातों पर गौर करें तो उससे प्रतीत होता है कि वो सुबह अपने घर से खुदकुशी की मंशा से ही निकले थे। कई घंटों मॉल में घूमने के बाद चौथी मंजिल से कूद गए। फिलहाल, शव को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय अस्पताल पहुंचा दिया गया है। वहीं, विजयनगर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।