इंदौर के महापौर और बीजेपी के वरिष्ठ नेता पुष्यमित्र भार्गव, खातीवाला टैंक स्थित पार्षद कमलेश कालरा के निवास पहुंचे तो कालरा की बेटी उनसे बोली- मैं मानसिक प्रताड़ना झेल रही हूं, ये किसी रेप से कम नहीं है। कालरा की बेटी ने उनसे यह भी कहा कि ये तो मेरे भाई के साथ हुआ, मैं होती तो मेरे साथ घटना हो सकती थी।
यह भी पढ़ें: एमपी में बीजेपी के दबंग नेता को किया निष्कासित, प्रदेशाध्यक्ष ने 6 साल के लिए बाहर निकाला पार्षद कालरा के परिजनों ने महापौर से सीधा सवाल किया कि आप छह दिन बाद आए, जबकि घटना के दूसरे ही दिन यादव के वार्ड में उद्घाटन करने पहुंच गए थे। भार्गव का कहना था कि कार्यक्रम तय थे, जिस पर जवाब मिला कि छह दिन तक समय नहीं मिला।
परिजनों ने महापौर पुष्यमित्र भार्गव से मांग की कि यादव को एमआइसी से हटाया जाए तो भार्गव का कहना था कि संगठन बनाता है और हटाता है। इस पर उनसे कहा गया कि संगठन को पत्र लिखकर अनुशंसा तो कर सकते हो, इस पर महापौर चुप्पी साध गए।
यह भी पढ़ें: एमपी में कर्मचारियों के साथ बड़ी धोखाधड़ी, नियमानुसार वेतन पुनरीक्षण नहीं कर रही सरकार सांसद लालवानी को मां ने घेराइस मामले में बीजेपी के अन्य वरिष्ठ नेता सांसद शंकर लालवानी को भी परिजनों ने घेरा। कालरा की मां ने सांसद लालवानी को लेकर कहा कि वे छुटभैये नेताओं को संसद के बाहर वीडियो बनाकर जन्मदिन की बधाई देते हैं, लेकिन उनसे घटना पर एक शब्द भी बोलते नहीं बना।
क्या है मामला
एमआइसी सदस्य जीतू यादव व पार्षद कालरा के बीच 4 जनवरी को विवाद हुआ था, जिसके बाद कालरा के घर पर हमला हुआ था। आरोप था कि जीतू यादव के इशारे पर 40-45 समर्थकों ने कालरा के घर पर हमला किया। घटना के समय कालरा घर पर नहीं थे। उनकी मां, पत्नी व नाबालिग बेटे के साथ गाली गलौच व मारपीट की थी। बेटे का आपत्तिजनक स्थिति में वीडियो बनाकर वायरल कर दिया, नेम प्लेट भी तोड़ दी। सिंधी कॉलोनी में इस तरह उत्पात मचाया गया।