हार्ड ड्राइव से छेड़छाड़ का केस लगाया था इस बीच डॉ. राय ने ट्वीट कर पूछा कि हाई कोर्ट के निर्देश पर मिली सुरक्षा किन कारणों से हटाई? तो डीजीपी वीपी सिंह ने जवाब दिया, आपके सिक्योरिटी का इश्यू आइजी लॉ एंड ऑर्डर को रिव्यू व उचित कार्रवाई के लिए दिया गया है। साइबर एक्सपर्ट पांडे ने दिल्ली हाई कोर्ट में पिछली सरकार के खिलाफ व्यापमं घोटाले में जब्त हार्ड ड्राइव से छेड़छाड़ का केस लगाया था। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका लगाई थी। पांडे को खुद के लिए दो तथा पत्नी व परिवार के लिए दो सुरक्षा गार्ड उपलब्ध कराए गए थे, जिन्हें पुलिस अफसरों ने हटा लिया। डॉ. राय भी इस घोटाले के साथ कई अन्य मामलों में व्हिसिल ब्लोअर के रूप में काम करते रहे हैं। उन्हें 24 घंटे के लिए 2 गनमैन (पीएसओ) दिए गए थे, जिनमें से एक को हटा लिया गया है।
जान से मारने की धमकी मिली थी मामले में दोनों मंगलवार को एसपी मुख्यालय अवधेश गोस्वामी व एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र से मिले। पांडे ने बताया कि हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट ने जान का खतरा होने पर उन्हें सुरक्षा देने की बात कही है। वहीं डॉ. राय के मुताबिक, उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी। द्वेषतापूर्वक कार्रवाई कर सुरक्षा हटाई गई है। वहीं एसएसपी का कहना था, कोर्ट ने आदेश दिया है तो बताएं, हम उसका पालन करेंगे। आचार संहिता लगी है, इसलिए गार्ड हटाए हैं।
सशुल्क सुरक्षा ले लें पुलिस का कहना है कि एसपी की ओर से जो प्रतिवेदन मुख्यालय भेजा गया है उसमें कहा गया है कि अगर संबंधित व्यक्ति चाहे तो सशुल्क सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराया जा सकता है। फैसला मुख्यालय स्तर पर होगा।
स्थानीय स्तर पर करीब 10 लोगों को सुरक्षा गार्ड दिए थे। आचार संहिता के कारण सभी को हटा दिया गया है। डॉ. आनंद राय व प्रशांत पांडे ने अपना पक्ष रखा है। मुख्यालय के उत्तर का इंतजार है।
– रुचिवर्धन मिश्र, एसएसपी