कल कमेटी ने घोटालेबाज चौहान की घेराबंदी कर पूछताछ की जिसमें कई चौंकाने जानकारी दी। उसने २२ खातों में पैसे जमा कराए थे जिसका आंकड़ा 5 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। इसमें एक करोड़ की राशि खुद के खाते में तो पत्नी, भाई, साड़ू के अलावा कुछ रिश्तेदार, 3-4 गर्ल फ्रेंड, दो कलेक्टोरेट के कर्मचारी, दोस्त के अलावा कॉलगर्ल व उनके दलालों के खाते में पैसा जमा कराया गया। बड़ी बात ये है कि रिश्तेदार, दोस्त और साथी कर्मचारियों के खाते में मिलाप पांच लाख रुपए जमा करता था तो 4.90 लाख वापस ले लेता था। उनके हिस्से में महज 10 हजार रुपए ही आते थे। दो लाख रुपए जमा कराने पर महज दो-तीन हजार रुपए ही देता था।
बताते हैं कि मिलाप से पूछताछ में सरकारी खाते में वापस जमा कराने का दबाव बनाया गया। उसने नकद नहीं होने की बात करके हाथ खड़े कर दिए। उसका कहना है कि सारे पैसे उसने उड़ा दिए या फार्म हाउस में लगा दिए।
2020 में मिलाप ने पहली बार सरकारी खाते से निजी खाते में पैसे का ट्रांजेक्शन किया। पहली बार तो वह प्रयोग कर रहा था लेकिन सफल होने पर उसे चस्का लग गया। वह धीरे-धीरे राशि ट्रांसफर करने लगा। खुद के खाते के बाद में उसने दूसरों से भी बात कर खाता नंबर लेकर उसमें डालना शुरू कर दिया। सबसे बड़ा ट्रांजेक्शन उसने अपने ही खाते में 19 लाख रुपए का किया तो सबसे ज्यादा एक करोड़ रुपए अपने ही खाते में जमा कराए।