साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में सांवेर विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार राजेश सोनकर ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 87292 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार तुलसीराम सिलावट को 69709 वोट मिल पाए थे, और वह 17583 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे।
साल 2008 के विधानसभा चुनाव में सांवेर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार तुलसीराम सिलावट को कुल 58812 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि बीजेपी प्रत्याशी श्रीमती निशा प्रकाश सोनकर दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 55395 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 3417 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे।
राजनीतिक इतिहास
यह सीट ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी और शिवराज सरकार के कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट का विधानसभा क्षेत्र है। इस सीट का सबसे दिलचस्प पहलू यह है कि यहां 25 सालों से कोई भी पार्टी लगातार 2 चुनाव नहीं जीती है। हालांकि, तुलसीराम सिलावट यहां से लगातार 2 विधानसभा चुनाव जीत चुके हैं, लेकिन उन्होंने एक बार कांग्रेस और दूसरी बार भाजपा से चुनाव लड़ा था। यह सीट 2019- 20 में उस वक्त काफी चर्चा में रही जब सिंधिया समर्थक सिलावट कांग्रेस छोड़कर भाजपा के साथ आ गए. 2020 में हुए उपचुनाव में तुलसी सिलावट ने कांग्रेस के प्रेम चंद गुड्डू को 53 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था।