छोटी ग्वालटोली स्थित केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक शुक्रवार को शहर में एक्यूआइ का औसत 192 था। रात को आतिशबाजी के बाद इसमें इजाफा होना शुरू हो गया। तो शनिवार सुबह सात बजे तक इसमें काफी वृद्धि दर्ज की गई। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की वेबसाइट के अनुसार सुबह पीएम 2.5 की अधिकतम मात्रा 357 तक आंकी गई। जबकि, इसका न्यूनतम 36 और औसत 152 तक मापा गया है। दूसरे प्रदूषणकारी तत्वों की भी यही स्थिति रही। कार्बन डायऑक्साइड का औसत भी 108 और अधिकतम 120 मापा गया है।
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तो सांस लेने में हो सकती है परेशानी
विशेषज्ञों के मुताबिक इतना बढ़ता हुआ प्रदूषण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। एक्यूआइ को 100 से अधिक होने पर हानिकारक माना जाता है। इससे वृद्धों, बच्चों और सांस के मरीजों को दिक्कत हो सकती है। 200 से अधिक होने से यह आम लोगों के लिए भी हानिकारक हो सकता है। इसे लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगती है।
लगातार बढ़ रहा है पॉल्यूशन
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आकंड़ों के मुताबिक शहर में बीते कुछ दिनों से शहर में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ रहा है। वैसे हर बार सर्दियों में प्रदूषण बढ़ता है, लेकिन इस बार बारिश के थमते ही प्रदूषण बढऩा शुरू हो गया है। जबकि इस बार तापमान में अभी कोई खास कमी भी नहीं आई है। अगर ऐसा ही रहा तो दिसंबर और जनवरी में कड़ाके की ठंड पडऩे पर भी तापमान में वृद्धि दर्ज की जा सकती है।