-सराफा चौपाटी के स्टॉलों पर गैस टंकी और कोयला भट्टियों का उपयोग होता है। इसमें आग भडक़ने की आशंका रहती है। इससे सोना-चांदी की दुकानें क्षेत्र आग की चपेट में आ सकते हैं।
-स्टॉलों पर अस्थायी कनेक्शन लेकर बिजली जलाई जा रही है। इनमें शॉर्ट सर्किट की आशंका भी रहती है।
-शॉर्ट सर्किट की अफवाह से भगदड़ की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
-सराफा में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। लोग वाहन बेतरतीब तरीके से गलियों में खड़े कर देते हैं। इससे यातायात व्यवस्था भी प्रभावित होती है। रहवासियों को भी परेशानी होती है।
-यहां वाहन, पर्स व मोबाइल भी चोरी होते हैं। पुलिस गलियों में व्यवस्था लगाती है, लेकिन छिटपुट अपराधों पर नियंत्रण मुश्किल हो जाता है।
बड़ी जनहानि का खतरा, इसलिए लिखी चिट्ठी
सराफा में करंट फैलने और आग लगने का खतरा लगता है। वहां गैस टंकियों से काम होता है और रास्ता संकरा है। इन तमाम कारणों से बड़ी जनहानि का खतरा है। इसे देखते हुए वरिष्ठ अफसरों को पत्र लिखकर सराफा चौपाटी स्थानांतरित करने की मांग की है।
– अविनाश सिंह सेंगर, थाना प्रभारी, सराफा