आईआईएम के डायरेक्टर ने रखी रिपोर्ट
इंदौर शहर के कुछ थानों में सबसे ज्यादा केस आए हैं। जिसमें कई बार नाबालिग लड़कियां खुद की मर्जी से चली जाती हैं या फिर परिवारिक प्रताड़नाओं की वजह से घर छोड़ देती हैं। इस बैठक में आईआईएम के डायरेक्टर हिमांशु राय ने रिपोर्ट में बताया कि 12 से 17 साल की नाबालिग किसी के दबाव नहीं, बल्कि अपने परिजनों की प्रताड़नाओं से परेशान होकर भी चली जाती हैं। लेकिन पुलिस महिला टीम अब ऐसी बच्चियों से संवाद कर उनको वापस घर भेजने में जागरूक करेगी।
इंदौर पुलिस और आईआईएम ने साइन किया था एमओयू
इंदौर आईआईएम और पुलिस के बीच जुलाई में एक एमओयू साइन हुआ था।तब से आईआईएम की टीम शहर में नाबालिग बच्चियों के घर छोड़कर चले जाने या उनके साथ कोई घटना तो नहीं हो रही ऐसे तमाम बिंदुओं पर रिसर्च कर रही थी।इंदौर शहर में भी पुलिस नाबालिग बच्चियों के अपहरण और अन्य घटनाओं को रोकने के लिए लगातार अलग-अलग जागरूकता अभियान चला रही है। शहर-शहर की अलग-अलग बस्तियों में पुलिस दीदी भी पहुंचकर बच्चियों से संवाद कर रही हैं।