दिल्ली में आयोजित देश के सबसे बड़े ऑटोमोबाइल एक्सपो ‘भारत मोबेलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025’ में करीब दो हजार कंपनियों ने भाग लिया था। इसमें शहर के स्टार्टअप ‘नेविगो टेकलैब्स’ को भी जगह मिली। कंपनी के फाउंडर वेद पुरोहित बताते हैं कि हमारी कंपनी ऑटोमेटिव, टेलीमेटिक और डायग्रोस्टिक्स सॉल्यूशन्स देती है। इस एक्सपो में शामिल होने की कई ट्र्स एंड कंडीशन होती है, जिसमें हमारे स्टार्टअप ने जगह बनाई।
यह इंदौर का संभवत: पहला स्टार्टअप है जो इस एक्सपो में शामिल हो पाया है। 17 से 22 जनवरी तक लगे इस एक्सपो में ऑटोमोबाइल से जुड़ी टाटा, टोयोटा, वोल्वो, आइसर जैसी करीब दो हजार कंपनियों और स्टार्टअप्स ने हिस्सा लिया था। इनमें से 7 स्टार्टअप्स को प्रधानमंत्री मोदी से इंटरेक्शन करने के लिए चुना गया। इसमें एक नाम ‘नेविगो टेकलैब्स’ का भी था।
वेद पुरोहित बताते हैं कि प्रधानमंत्री मोदी ने मात्र 40 सेकंड चर्चा की। जब मैंने अपना परिचय देते हुए इंदौर का नाम लिया, तो पीएम मोदी का रिएक्शन कुछ अलग ही था। उन्होंने बड़े उत्साह से स्टार्टअप के काम के बारे में पूछा और शुभकामनाएं दीं।
कैसे काम करती है ‘नेविगो टेकलैब्स
नेविगो टेकलैब्स ऑटोमोबाइल उद्योग से जुड़े सभी व्यक्तियों की जरूरतों को पूरा करता है। यह स्टार्टअप एक ऐसा वन-सॉल्यूशन डिवाइस प्रदान करता है, जो इंडिविजुअल यूजर्स, फ्लीट ओनर्स, मैन्युफैक्चरर्स और सर्विस स्टेशन की आवश्यकताओं को पूरा करता है। कंपनी द्वारा बनाए गए मल्टीपर्पज डिवाइस से ड्राइवरों को सहायता मिलती है और मैन्युफैक्चरर्स को वाहनों की बेहतर देखभाल करने में मदद मिलती है।
इंक्यूबेशन का मिला फायदा
नेविगो टेकलैब्स की शुरुआत 2023 में हुई थी। स्टार्टअप ने अपनी स्थापना के लिए इंडिया स्कीम के तहत 25 लाख रुपये का लोन लिया। इसके बाद, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पाक्र्स ऑफ इंडिया (एसटीपीआई) के तहत इसे इन्क्यूबेट किया गया। यही इन्क्यूबेशन नेविगो टेकलैब्स को भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो-2025 में स्थान दिलाने का मुख्य कारण बना। स्टार्टअप के मौजूदा ग्राहकों में वोल्वो, आइसर और काइनेटिक ग्रीन जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं। जल्द ही बजाज और महिंद्रा भी इस सूची में जडऩे वाले हैं।
क्या करता है काम
ट्रिप मॉनिटरिेंग लोकेशन ट्रैकिंग रैश ड्राइविंग आइडेंटिफिकेशन फ्यूल कंस्ट्रक्शन रिमोट डायग्रोस्टिक्स रिमोट सॉफ्टवेयर अपडेट इंदौर में रुचि लेने लगी बड़ी कंपनियां
6 दिन के एक्सपो के अनुभव बताते हुए वेद पुरोहित कहते हैं, अब इंदौर की तुलना दिल्ली, मुंबई, बेंगलूरु जैसी मेट्रो सिटीज से होनी लगी है। बड़ी-बड़ी कंपनियां यहां के स्टार्टअप्स पर भरोसा जताने लगी हैं और निवेश करने में रुचि लेने लगी हैं।