एकेवीएन एमडी कुमार पुरुषोत्तम ने बताया, हमारा प्रयास काम दिसंबर १८ तक पूरा करने का है। देश की ख्यात कंपनियों ने भी यहां जमीन मांगी है। करीब ३०० एकड़ जमीन के आवेदन आ चुके हैं। सरकार की मंशा पार्क पूरी तरह तैयार कर ही आवंटन शुरू करने की है। पार्क में 1 से लेकर ३ हेक्टेयर साइज के १०८ इंडस्ट्रियल प्लॉट्स उद्योग के लिए आरक्षित किए गए हैं। एक हेक्टेयर के २७, जबकि २ हेक्टेयर के २६ प्लॉट हैं। बाकी प्लाट ३ हेक्टेयर के हैं।
पार्क में १२०० एकड़ में से करीब २.५० हेक्टेयर हिस्से में तालाब बनाया जाएगा। वाटर रिचार्जिंग के लिए पूरे क्षेत्र में करीब ढाई किलोमीटर की नहर बनाई जा रही है।
इंडस्ट्रियल पार्क में करीब एक लाख १० हजार पौधे लगाने की योजना है। इसके अलावा ४० हजार से अधिक पौधे
पार्क की बाउंड्रीवॉल के बाहर लगाए जाएंगे। पुलिस स्टेशन,स्कूल भी
इंडस्ट्रियल पार्क में स्कूल, अस्पताल, पुलिस स्टेशन, पेट्रोल पंप, कम्युनिटी हॉल सहित मॉल के लिए भी स्थान तय किए हैं। खास बात यह है, यहां मुख्य सडक़ों पर उद्योगों में आने वाले ट्रक, ट्रॉले या अन्य वाहनों की पार्किंग नहीं होगी। करीब सवा ११ हेक्टेयर जमीन पर लॉजिस्टिक पार्क बनाया जाएगा। पानी सप्लाय के लिए ३१ किमी की लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। २.५-२.५ एमएलडी के दो सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट सहित २५ किमी की सीवरेज लाइन भी डाली जा रही है। स्मार्ट इंडस्ट्रियल पार्क के पास ही केंद्र सरकार का ऑटो टेस्टिंग सेंटर शुरू हो गया है।