इंदौर में लगातार दूसरे दिन मंगलवार को भी कोई बड़ा खेल होने की सुगबुगाहट चल पड़ी है। भाजपा के स्थानीय विधायक रमेश मेंदोला ने एक ट्वीट करके सियासी घमासान को हवा दे दी। उन्होंने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा है- आज दोपहर 12 बजे। इतना संदेश लिखने के बाद कई मायने निकाले जाने लगे। हालांकि 12 बजे तक सिर्फ चर्चाओं का दौर रहा, लेकिन दोपहर साढ़े तीन बजे तक इसका खुलासा नहीं हो पाया कि कांग्रेस का कौन-सा बड़ा नेता भाजपा में शामिल हो सकता है। इसे लेकर कयासों का दौर अब भी जारी था। इस बीच रमेश मेंदोला ने अगले ट्वीट में स्पष्ट किया कि श्योपुर में रामनिवास रावत और मुरैना महापौर शारदा सोलंकी ने भाजपा ज्वाइन कर ली।
सूत्रों के मुताबिक एक दिन पहले कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद अपना नाम वापस लेकर कांग्रेस को बड़ा झटका दे दिया था और भाजपा ज्वाइन कर ली। बीजेपी विधायक रमेश मेंदोला अक्षय बम के साथ कलेक्टर कार्यालय गए और नाम वापस कराया था।
मेंदोला ने चार घंटे सस्पेस बनाए रखा
अपने ट्वीट के बाद विधायक रमेश मेंदोला ने चार घंटे तक सस्पेंस बनाए रखा। इस दौरान तरह-तरह की अटकलें लगती रही। इसके बाद शाम को रमेश मेंदोला ने नया ट्वीट कर कहा कि कथा 12 बजे शुरू हो गई थी, पूर्णाहुति में थोड़ा समय लगा। मुख्यमंत्री ने कांग्रेस के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष और छह बार के विधायक रामनिवास रावत और मुरैना की महापौर शारदा सोलंकी को भाजपा में प्रवेश कराया।
जीतू पटवारी ने लगाए आरोप
इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने आरोप लगाए थे कि भाजपा ने नामांकन वापस लेने के लिए अक्षय बम को धमकाया था और उसे प्रताड़ित किया था। इसके बाद अक्षय बम ने अपना नामांकन वापस लिया। पटवारी ने कहा कि अक्षय बम के खिलाफ एक पुराने मामले में आइपीसी की धारा 307 (हत्या का प्रयास) जोड़ी गई, उसके बाद उसे धमकाया गया। उसे पूरी रात अलग-अलग तरीकों से धमकाया। यह भी पढ़ेंः MP की सियासत पर बोले कमलनाथ, साफ दिख रहा है सत्ता का दुरुपयोग, दबाव और प्रलोभन
कमलनाथ ने लगाया दबाव का आरोप
इधर, पूर्व सीएम कमलनाथ ने मंगलवार को सुबह ट्वीट के जरिए इस घटनाक्रम पर चिंता जाहिर की है। कमलनाथ ने कहा कि सत्ता का दुरुपयोग, दबाव और प्रलोभन साफ नजर आ रहा है।