एक नंबर विधानसभा में समर्पित भाजपा नेता और कार्यकर्ता खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्हें समझ आ गया है कि पूरा चुनाव दो नंबर विधानसभा की टीम ने कैप्चर कर लिया है। एक नंबर के नेताओं को जवाबदारी दी गई है, लेकिन पूरे चुनाव को कैलाश के खास ही हैंडल कर रहे हैं। जिम्मेदारों को भी वे ही दिशा-निर्देश जारी करते हैं। इससे अब विरोध के स्वर बुलंद होने लगे हैं। वार्ड क्रमांक 8 से इसकी शुरुआत हो गई।
दो दिन पहले वार्ड के बहुसंख्यक बहुल्य क्षेत्र के 12 बूथों की बैठक बुलाई गई थी। प्रभारी बनाए गए खंडेलवाल को देरी से जानकारी लगी तो वे आखिर में पहुंचे। उनके पहुंचते ही पुराने भाजपा नेता राकेश शर्मा ने मैदान संभाल लिया। बाद में पार्टी नेताओं से भी शिकायत दर्ज कराई। कहा कि 1983 से हम इस क्षेत्र को संभाल रहे हैं। खंडेलवाल को प्रभारी बनाने से हमें आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें बोल दें कि वे अल्पसंख्यक वर्ग के 11 बूथों पर कमाल दिखाए। यहां तो हम संभाल लेंगे।
कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा
पुराने कार्यकर्ताओं के बिफरने की जानकारी जवाबदारों तक पहुंची तो उन्होंने आश्वस्त किया कि आप लोग ही काम संभालेंगे, कोई हस्तक्षेप नहीं करेगा। गौरतलब है कि खंडेलवाल ने अपने समर्थक को नगर निगम चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में खड़ा किया था, जो हजार से अधिक वोट लाए। खंडेलवाल अपने समर्थक को भी भाजपा में ले आए।