इंदौर. मानसून पूर्व बारिश केहल्के झोंक में शहर में बिजली सप्लाय टूट गया। दर्जनों इलाकों में लगभग तीन घंटे तक बिजली गुल होने से जनता परेशान होती रही। 33 केवीए के 10 और 11 केवीए के 40 फीडर बंद हो गए। गुस्साई जनता ने सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली।
रविवार शाम करीब 5 बजे आंधी व बारिश शुरू होते ही शहर के कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। मनोरमागंज, राजमोहल्ला, विजय नगर, संगम नगर, सत्यसाईं, संचार नगर, आरएनटी मार्ग, कंचन बाग, खजराना, कैलाशपुरी, साकेत, गुलमोहर कॉलोनी, गोयल नगर सहित अन्य फीडर बंद होने से कई कॉलोनियां प्रभावित हुई।
नदी की सफाई को देखने साइकिल से आगे-आगे चले मंत्री और पीछे बाइक पर आए अफसर कई इलाकों में तो स्ट्रीट लाइट भी बंद होने से ब्लैक आउट जैसी स्थिति रही। कुछ स्थानों पर तो 5 घंटे तक बिजली सप्लाय नहीं हो सका। रात को विजय नगर की कई कॉलोनियों के लोग जोन पर पहुुंचे और हंगामा किया। बारिश के बाद शहर में स्ट्राम वाटर लाइनों की सफाई व्यवस्था की पोल खुल गई। कई जगह मुख्य सडक़ पर पानी भर गया, वहीं एक पेड़ भी गिर गया। स्कीम नंबर 54 ई के मकान नंबर 90 के पास एक पेड़ गिर गया।
नगर निगम की टीम ने इसे हटाने के लिए टीम भेज दी। काम के दौरान लाइनमैन की मौत : थाना एरोड्रम क्षेत्र में बिजली गुल होने के दौरान पोल पर चढ़े लाइनमैन ख्यालीराम पिता हल्कूराम उम्र 57 साल की पोल से गिरने पर मौत हो गई। उसके शव को जिला अस्पताल पहुंचाया गया।
जोन पर हेल्प डेस्क बिजली गुल की शिकायतों के लिए प्रत्येक जोन पर हेल्प डेस्क बनाई गई है। जिसमें एक अतिरिक्त व्यक्ति की ड्यूटी लगाई गई है। वह फ्यूज कॉल सूनेगा व समय पर समाधान के लिए लाइन स्टाफ को मैसेज देगा। कंपनी क्षेत्र के 15 जिलों में 140 पोल टूटे हैं। एमडी नवराल ने जोन पर पहुंचकर डिविजन व जोन के स्टाफ, इंजीनियर, एफओसी टीम को निर्देश दिए।
– एमवाय अस्पताल की बिजली गुल होने की सूचना मिलते ही पेट्रोलिंग पार्टी भेजी थी लेकिन जांच में जम्पर निकलना पाया गया। लगभग दो घंटे एमवाय अस्पताल में बिजली गुल रही। मैं वहां जाकर पूरी व्यवस्था देखकर आया हूं। – अशोक शर्मा, अधीक्षण यंत्री शहर वृत्त
Hindi News / Indore / बारिश ने खोल दी बिजली कंपनी की पोल, बूंदाबांदी में ही बत्ती गुल