67 युवतियों को बंधक बनाने के केस में 103 आरोपी
माय होटल होटल में 67 युवतियों को बंधक बनाकर रखने व देह व्यापार के मामले में पुलिस ने अब तक 103 लोगों को आरोपी बनाया है, जिनमें से 43 की गिरतारी हो चुकी है। होटल मैनेजर के साथ ही युवतियों को यहां तक लाने वाले एजेंटों को भी आरोपी बनाया है। गिरतारी के लिए पुलिस टीमें मुंबई व पश्चिम बंगाल भेजी हैं। 30 नवंबर की रात को प्रशासन व पुलिस ने माय होम होटल में छापा मारा था। आधी रात तक चली कार्रवाई में होटल से 67 युवतियां परिवार व बच्चों के साथ वहां रहती मिली थीं। मामले में पुलिस ने मानव तस्करी की धाराओं में केस दर्ज कर जीतू सोनी के साथ ही उसके भाई हुकम सोनी, महेंद्र सोनी, बेटे अमित सोनी, मैनेजर जे वरप्रसाद राव सहित अन्य लोगों को आरोपी बनाया था। टीआइ विनोद दीक्षित ने बताया, अलग-अलग विंग के मैनेजर ठाकुर प्रसाद, पंती, राजन राव, रामू पांडे को भी आरोपी बनाया है। जीतू की मां, पत्नी व भाभी को सुरक्षा देने से कोर्ट का इनकार एक लाख रुपए के इनामी जितेंद्र उर्फ जीतू सोनी की मां, पत्नी और भाभी की ओर से हाईकोर्ट में दायर याचिका बुधवार को खारिज कर दी गई। जस्टिस एससी शर्मा और जस्टिस शैलेंद्र शुला की युगल पीठ ने मां विमला सोनी, पत्नी उषा सोनी और भाभी किरण को सीआरपीएफ या सीआइएसएफ की सुरक्षा देने से इनकार कर दिया। इसके साथ ही जीतू सोनी और उनके बेटे अमित सोनी के खिलाफ दर्ज केसों की जांच एसआइटी से कराने से भी इनकार कर दिया है। अतिरित महाधिवता रवींद्र सिंह छाबड़ा ने बताया, हमने कोर्ट के समक्ष तर्क रखे कि पूरी कार्रवाई पुलिस जांच के आधार की गई है और लगातार जारी है, इसलिए एसआइटी की भी जरूरत नहीं है।
अमित सोनी को जूनी इंदौर पुलिस धोखाधड़ी के मामले में तीन दिन के प्रोडशन रिमांड पर लाई है। टीआइ देवेंद्र कुमार ने बताया कि पूर्व में व्यापारी ने आरोपी अमित सोनी, जीतू सोनी और जिग्नेश सोनी के खिलाफ 4.71 लाख रुपए की धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराया था। इसी मामले में उससे पूछताछ की जाएगी।