खंगाले बैंक खाते, मोबाइल डिटेल निकालीजांच एजेंसियों ने संदेही के बैंक खातों, मोबाइल की कॉल डिटेल, पारिवारिक संपर्क भी खंगाले। अभी तक ज्यादा कुछ संदेह नहींं मिला। हालांकि हांगकांग व चीन के संपर्क नहीं बताने से एजेंसियों ने गंभीरता से जांच की। संदेही का परिवार 2005 में मुंबई से इंदौर आया था। उनका खजराना व चंदननगर इलाके में ठिकाना रहा। सरफराज पांचवीं पास है। 2003 में पहली बार पासपोर्ट बना और फिर वह काम के सिलसिले में हांंगकांग गया। वहांं रेस्टोरेंट में काम किया। 2006 में हांगकांग में उसका पासपोर्ट गुम हो गया था जिसके कारण हांगकांग के भारतीय दूतावास से दूसरा पासपोर्ट बनवाया। 2016 में पासपोर्ट एक्सपायर होने पर नया बनवाया। 2005 से 2018 तक वह हांंगकांंग में रहा। रेस्टोरेंट में काम करने के साथ ही मोबाइल का कारोबार करने की बात कह रहा है। उसने चार शादियां की है। हांगकांग में चीन की युवती से शादी कर ली थी। वहां तलाक का विवाद चल रहा है जिसके कारण 2018 में इंदौर आ गया। कुछ दिन पहले उसके वकील से विवाद हुआ था जिसकी चेटिंग भी मिली है।
हांगकांग से आया शिकायती मेल एनआइए को संदेही को लेकर शिकायत का जो मेल आया वहां कहां से किया इसकी जांच चल रही है। प्राथमिक जांच में यह मेल हांगकांंग से होने की बात सामने आई है। यह भी पता चला कि संदेही अधिकांश हांंगकांग व चीन टूरिस्ट वीजा पर गया और वहां काम करने लगा। वीजा नियम तोडऩे पर एक बार चीन से उसे डीपोर्ट भी किया जा चुका है।