इंदौर को महानगर बनाने के साथ ही अगले 10 साल में हैदाराबाद-बेंगलूरू को पीछे छोड़ने की दिशा में कदम बढ़ना शुरू हो गए हैं। इंदौर से 46 किमी दूर देवास जिले के चापड़ा व हाटपीपल्या के बीच जल्द ही प्रदेश का पहला अंतरराष्ट्रीय यात्री और एयर कार्गो एयरपोर्ट आकार लेगा। इसके लिए सभी तरह की तकनीकी मंजूरियां मिल गई हैं। औद्योगिक केंद्र विकास निगम ने देवास प्रशासन के साथ जमीन अधिग्रहण के लिए सर्वे की कार्रवाई भी शुरू कर दी है। राज्य सरकार इसे जनवरी में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर समिट और प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शोकेस करने की तैयारी में है।
इस एयरपोर्ट के बनने से पूरे प्रदेश को फायदा होगा। अंतरराष्ट्रीय एयर कार्गो की सुविधा मिलने से एक्सपोर्ट और लॉजिस्टिक को बढ़ावा मिलेगा। इससे देश से एक्सपोर्ट में हमारा हिस्सा 2 प्रतिशत से ज्यादा हो जाएगा। वहीं करीब 2 लाख लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इस स्थान पर एयरपोर्ट बनने से इंदौर, भोपाल, उज्जैन व होशंगाबाद संभाग के औद्योगिक क्षेत्रों को लाभ होगा।
प्रमुख सचिव उद्योग संजय शुक्ला, देवास कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला और एमपीआइडीसी के कार्यकारी संचालक रोहन सक्सेना ने जमीन की लोकेशन देखी और आगे की कार्रवाई के संकेत दिए। अफसरों के साथ देवास के राजस्व अधिकारी भी थे। अब उद्योग विभाग नागरिक विमानन विभाग के साथ मिलकर विस्तृत योजना तैयार करेगा। इसके लिए करीब 6 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन ली जाएगी।एयरपोेर्ट के बनने से इंदौर व भोपाल दोनों के आसपास बन रहे औद्योगिक व आवासीय क्षेत्रों को फायदा होगा। इसे विकसित करने में पांच से छ साल का समय लग सकता है।
बनेगा नया मार्ग
इंदौर से एयरपोर्ट की दूरी 46 किमी के आसपास रहेगी। इसे दो रोड से एक्सेस मिल सकेगी। वर्तमान में एनएचएआइ ने इंदौर-बैतूल हाई-वे के अलाइनमेंट को बदला है। अब यह सड़क एमआर-10 से करनावद होते हुए बनाया जा रहा है। इसके बनने से देवगुराड़िया से करनावद तक और एप्रोच मिल सकेगी, जिससे एयरपोर्ट पहुंचा जा सकेगा।
बनेगा लॉजिस्टिक हब
इसके बनने से प्रदेश बड़े लॉजिस्टिक हब के रूप में विकसित हो सकेगा। यह इंदौर बैतूल राष्ट्रीय राजमार्ग, इंदौर भोपाल फोर लेन पर तो स्थित है। यहां से एबी रोड और इंदौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग भी सीधा जुड़ेगा। इससे इस मार्ग के आसपास स्थित औद्योगिक क्षेत्र के कार्गो के लिए भी आसानी होगी।