सहित अन्य वरिष्ठ नेतागण मौजूद थे।
सूरत से आए विधायक संदीप देसाई को पांच नंबर विधानसभा की जिम्मेदारी मिली है। उन्होंने बरसाना गार्डन के पास स्थित होटल में सुबह बैठक ली। इस बैठक में मंडल पदाधिकारियो और पार्षदों के साथ बैठक की गई। सीट की स्थिति की जानकारी जुटाने के साथ ही यहां के समीकरण भी जाने। गौरतलब है कि कल ही गुजरात के विधायक इंदौर पहुंच गए थे। संगठन के निर्देशानुसार गतिविधियां, बैठकें लेना भी शुरू कर दी है।
प्रदेश में भाजपा संगठन में शाह-नीति का बोलबाला है। कमजोर और हारी सीटों पर पहली सूची जारी हो गई और प्रत्याशियों को 100 दिन का समय जनता के बीच जाने और प्रचार प्रसार के लिए दे दिया गया। संगठन ने तो उल्टी गिनती शुरू कर दी, लेकिन इन प्रत्याशियों के सामने दुविधा ये है कि अभी तक प्रचार प्रसार सामग्री के लिए गाइडलाइन नहीं बताई गई है। इतना ही नहीं नगर भाजपा ने रणनीति के लिए बैठक भी नहीं आयोजित की। ऐसे में प्रत्याशियों के दिन एक एक कर गुजर रहे हैं। वे खुद प्रचार- प्रसार सामग्री तक नहीं तैयार करा पा रहा हैं। क्योंकि फोटो किन नेताओं के लगाए जाएंगे, यह किसी को पता नहीं। इधर राजेश सोनकर को सोनकच्छ से उम्मीदवार बनाया गया तो उनके स्थान पर ग्रामीण जिला अध्यक्ष की कमान किसे सौंपी जाएगी, यह भी तय नहीं है। सोनकर ने अपना पूरा ध्यान अब सोनकच्छ पर लगा दिया। जिससे इंदौर जिले की ग्रामीण राजनीति ठंडी चाल से चल रही है।