आरोपी को कोर्ट में किया पेश, जेल भेजा
टीआइ मनोज सिंह सेंधव के मुताबिक मेला ग्राउंड के सामने रॉन्ग साइड में तेज रफ्तार कार से लक्ष्मी पिता नाथू सिंह तोमर निवासी शिवपुरी और दीक्षा पिता अशोक जादौन निवासी ग्वालियर को टक्कर मार जान लेने वाले आरोपी गजेंद्र पिता सरदार सिंह गुर्जर निवासी ग्वालियर को सोमवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेजा है।7 मिनट की जल्दबाजी में रौंद दी दो जिंदगी
आरोपी ने पूछताछ में बताया, वह दोस्त पंकज के जन्मदिन के लिए केक खरीदकर कार से उसके रूम पर जा रहा था। लंबा टर्न लेने में उसे समय लगता। घड़ी में 11.53 बज रहे थे। जन्मदिन में सात मिनट बचे थे। इसलिए उसने मेला ग्राउंड के पास रॉन्ग साइड में कार घुसा दी। यहां तेजी से कार चलाते हुए दोपहिया सवार युवतियों को टक्कर मार दी।एक्सीडेंट के बाद कार एक स्थान पर खड़ी कर जन्मदिन मनाने निकल गया। वह निजी कंपनी में नौकरी करता है। 30 हजार सैलरी मिलती है। कुछ समय पूर्व उसने 8 लाख में 2013 चंडीगढ़ पासिंग कार को एग्रीमेंट पर खरीदा था।
पोस्टमार्टम के बाद लड़कियों के शब घर भेजे
टीआइ सेंधव ने बताया कि एक्सीडेंट में जान गंवाने वाली युवतियों का पोस्टमॉर्टम कराया था। अंतिम संस्कार के लिए गमगीन परिजन दोनों के शव को गृहक्षेत्र ले गए हैं। घटना के संबंध में परिजन के बयान होना है। घटनास्थल को जांच में शामिल किया है।जानबूझकर गलत दिशा में घुसाई कार
7 मिनट में घर पहुंचने के लिए गजेंद्र ने जानबूझकर गलत दिशा में कार घुसाई और स्कूटर को टक्कर मार दी। पूछताछ में गजेंद्र ने बताया कि उसे पता चल गया था कि टक्कर जोरदार लगी है। एयरबैग खुल चुके थे। स्टीयरिंग ने काम करना बंद कर दिया था। इसलिए साईंकृपा कॉलोनी में कार खड़ी कर भाग गए।कार उठवाने भेजी क्रेन
पंकज के घर पर केक काटा और जन्मदिन सेलिब्रेट कर घर जाकर सो गया। सुबह कार उठाने एक युवक को क्रेन लेकर भेजा लेकिन वह भीड़ देखकर लौट आया। पुलिसकर्मियों को भनक लगी तो, कार की हवा निकाल दी और वायर काट कर आगे-पीछे गाड़ियां खड़ी करवा दीं। दोपहर को क्रेन की सहायता से कार थाने पहुंचा दी।
टिफिन लेकर सहेली के साथ गई थी दीक्षा
दीक्षा तुलसीनगर में रचना के साथ रहती थी। उसने बैंक आफ बड़ौदा में इंटर्नशिप की लेकिन 15 दिन पूर्व नौकरी छोड़ दी। रचना ने बताया कि लक्ष्मी उसे लेने के लिए घर आई थी।