कोर्ट ने जैसे ही दोनों आरोपियों की रिमांड अवधि पांच दिन और बढ़ाई तो वहां रोने लगी। साथ ही बोली कि पुलिस हमलोगों को प्रताड़ित कर रही है। साथ ही आरती और मोनिका के वकीलों ने भी रिमांड अवधि बढ़ाने पर आपत्ति जताई लेकिन कोर्ट ने पुलिस को रिमांड दे दिया। अब पुलिस दोनों को भोपाल, राजगढ़ और छतरपुर ले जाएगी। जहां इनसे पूछताछ करेगी।
दरअसल, कोर्ट से रिमांड की अवधि बढ़ने के बाद इंदौर पुलिस दोनों को अस्पताल लेकर पहुंची। यहां पहुंचने के बाद सबसे कम उम्र की आरोपी मोनिका यादव बेहोश हो गई। पुलिस के जवान तुरंत उसे लेकर एमवाय अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टरों ने दोनों का इलाज शुरू किया। उसके बाद थाने में आरती दयाल भी बेहोश हो गई। पुलिस उसे भी अस्पताल ले गई। आरती के पहुंचते ही मोनिका को होश आ गया।
उसके बाद टीआई अस्पताल पहुंचे। वहां पहुंचकर उन्होंने डॉक्टरों से बात की। डॉक्टरों ने चेकअप के बाद कहा कि ये बिल्कुल फिट हैं, उसके बाद इनकी अस्पताल से छुट्टी हो गई। पुलिस अब दोनों को थाने लेकर पहुंच गई। इनसे फिर पूछताछ की जाएगी। बताया जा रहा है कि दोनों बेहोश होने का नाटक कर रही थीं ताकि उन्हें पूछताछ से छुटकारा मिल जाए।
दोनों आरोपी जांच में सहयोग भी नहीं कर रही हैं। आरती दयाल पूछताछ के दौरान पुलिस के सामने झल्लाई भी है। वहीं, कोर्ट में आरती और मोनिका रिमांड पेपर पर साइन भी नहीं कर रही थीं। लेकिन पुलिस ने जब फटकार लगाई तो दोनों ने रिमांड पेपर पर साइन किया। पुलिस को उम्मीद है कि पांच दिनों की रिमांड अवधि पर दोनों और भी कई राज उगलेंगे।