बावरिया ने कहा कि सब जगह हारते हो और पद अपने को दिलवाना है नेताओं को। किसी नेता और कार्यकर्ता को एक दूसरे की आलोचना करने वालों की जगह नही है पद के लिए जमानत जप्त होना शर्म की बात है। टिकट दिलाया है तो जिताने की जिम्मेदारी भी उस नेता की होना चाहिए। इंदौर में कांग्रेस कमजोर होने का कारण गुट बाजी है ओर हार का कारण भी है। मठाधीश कल्चर भाजपा में डेवलप हो गया है, जो कांग्रेस में है इससे बाहर नहीं निकले तो आप कांग्रेस मजबूत नही हो सकती। हर बूथ पर 10 – 15 आदमी चाहिए।
कांग्रेसियों को चुनौती दी बावरिया ने इंदौर में एक भी इस नेता बता दे जिसके पास 5 हजार कार्यकर्ता हो । जो पूरी विधानसभा में सभी बूथ पर आदमी हो? कांग्रेसियों नेताओं की बोलती बंद ओर कार्यकता खुश 12 मार्च को विधानसभा में सत्याग्रह करेगी कांग्रेस। हर ब्लॉक में रोज एक र्क बैठक करने के निर्देश दिए बावरिया ने… रोड मैप तैयार है लेकिन उसको लागू करने के लिए सबको जुटना है। उम्मीदवार को शक्तिप्रदर्शन की छूट नही है और अपना उम्मीदवार का फार्म प्रदेश कांग्रेस को देना है। कार्यकर्ताओं कोदिल्ली जाने से मना किया नेताओं के साथ बावरिया ने कार्यकर्ताओं के दुख को बयां किया बावरिया बड़े लीडर यदि पार्टी की खिलाफ़त के लिए नेता डराते है कि काम मत करो। लेकिन चिंता मत करो आने वाले सिस्टम में तुम्हे कोई कुछ नही कर पाएगा। तय कर लो जहां जाएंगे पंजे के लिए जाएंगे।
बावरिया ने कहा कि 60 साल से अधिक उम्र के नेताओ से चुनाव में टिकट नहीं मांगने का अनुरोध मेरा उन नेताओ के बारे में हैं, जो अभी तक 4-5 चुनाव लड़ चुके है और निरंतर 2-3 चुनाव हार चुके हो। उन लोगों से मेरा अनुरोध है कि वे विधानसभा चुनावो में टिकट की दौड़ से खुद को बाहर कर युवाओं को आगे आने का मौका दें। हालांकि बाद में बावरिया ने अपनी बात संभालते हुए कहा कि इसका आशय ना तो वर्तमान सिटिंग विधायकों के टिकट के संबंध में है और ना ही उन वरिष्ठ नेताओ के संबंध में हैं जो निरंतर चुनाव जीत रहे है। यदि वह योग्य हैं तो उनसे मेरा इस तरह का कोई अनुरोध नहीं है।