बताते हैं, टीम को कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, ज्वेलरी और लाखों रुपए नकद मिले हैं। गोलू के साथ सहयोगी विपुल को भी पकड़ा है। पूछताछ की जा रही है। हालांकि ईडी ने अधिकृत पुष्टि नहीं की है। ईडी की एक टीम टोरी कॉर्नर स्थित अग्निहोत्री के ससुराल भी पहुंची और क्रिप्टो, डिब्बा कारोबार से जुड़े व्यापार की जानकारी ली। बता दें, एक साल पहले गालू ईडी के निशाने पर तब आए, जब बड़ी राशि दुबई में लगाई। दुबई के अलावा मुंबई, दिल्ली, भोपाल में भी गोलू का कारोबार फैला है।
क्रिकेट के सट्टे से भी जुड़ रहे तार
12 दिसंबर को ईडी ने इंदौर, उज्जैन और लुधियाना में पांच जगह छापे मारे थे। टीम उज्जैन से सटोरिए पीयूष चोपड़ा को लेकर गई थी। उससे 14 करोड़ नकद, 41 मोबाइल व 17 लैपटॉप मिले थे। 8 करोड़ रुपए के निवेश को सीज करने की बात भी सामने आई। बताते हैं कि पीयूष और उसके साथी फर्जी दस्तावेजों से सिम कार्ड हासिल कर सट्टेबाजी करते थे। गोलू अग्निहोत्री पर कार्रवाई को उससे भी जोड़ा जा रहा है।
मनोज परमार मामले में SIT टीम करेगी जांच
सीहोर. आष्टा के कारोबारी मनोज परमार और नेहा परमार की खुदकुशी मामले के तूल पकडऩे के बाद पुलिस किसी तरह की चूक से बचना चाहती है। मामले में ईडी पर गंभीर आरोप लग रहे हैं। कांग्रेस भी लगातार हमलावर है। ऐसे में एसपी दीपक कुमार शुक्ला ने जांच के लिए एसआइटी बनाई है। एसडीओपी आकाश अमलकर की अगुवाई में पांच सदस्य जांच करेंगे।