डेढ़ साल पहले लर्निंग लाइसेंस के लिए आरटीओ कार्यालय जाना पड़ता था, लेकिन अब घर बैठे लाइसेंस बन जाता है। वाहन रजिस्ट्रेशन भी आरटीओ के बजाय डीलर पाइंट से होता है। वीआइपी नंबर का आवेदन भी ऑनलाइन हो जाता है। कार्यालय के बजाय निजी फिटनेस सेंटर से फिटनेस की सुविधा कुछ दिन पहले शुरू हुई है।
सबकुछ होगा ऑनलाइन
ऑनलाइन आवेदन होने के बाद सेंटर पर गाड़ी की जांच होती है। वाहन के आवेदन वाहन पोर्टल और लाइसेंस की प्रक्रिया सारथी पोर्टल से होती है। लर्निंग लाइसेंस की तरह अब पक्के लाइसेंस की प्रक्रिया सरल होने जा रही है। आरटीओ में ट्रायल की झंझट खत्म होगी। अधिकृत ट्रेनिंग सेंटर के सर्टिफिकेट पर लाइसेंस बनेगा। कार्यालय में केवल फोटो के लिए आना होगा।
सेवाएं कर रहे बेहतर
आरटीओ से मिलने वाली सेवाओं को बेहतर किया जा रहा है। लोगों को कम से कम कार्यालय आना पड़े और सरलता से काम हो, इस दिशा में काम कर रहे हैं। – प्रदीप शर्मा, आरटीओ
प्रतिदिन इतने काम
फिटनेस- 100 लाइसेंस- 300 पक्का लाइसेंस- 200 रजिस्ट्रेशन- 500