महापौर एआइसीटीएसएल में परिचयात्मक बैठक के लिए पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने यहां बसों का संचालन, संधारण की व्यवस्थाओं के बारे में अफसरों से पूछना शुरू किया तो अफसर जानकारी देने से ही बचते रहे। वहीं इस दौरान बोर्ड बैठक को लेकर जब महापौर ने सवाल किया कि आखिरी बोर्ड बैठक कब हुई थी, तो अधिकारी पहले सितंबर का बोलते रहे लेकिन बाद में फरवरी की बात कही। इस पर महापौर ने पूछा सभी सदस्य शामिल हुए थे तो अधिकारियों ने बताया कि कागजों में ही बैठक हो गई थी। इस पर महापौर काफी नाराज हो गए। उन्होंने साफ कहा कि अब हर तीन माह में बैठक होगी और वो भी सभी आमने-सामनेे बैठेंगे और सारी जानकारी रखेंगे।
ये दिए निर्देश – तत्काल प्रभाव से सभी बसों पर एआईसीटीएसएल हटाकर अटल बस सेवा लिखवाया जाए। – दीपावली की घोषणा के हिसाब से नगर निगम के कर्मचारियों को पहचान पत्र दिखाने पर 50 फीसदी रियायत का मासिक पास बनाकर देना शुरू किया जाए।
– सभी वर्तमान बस स्टॉप पर रूट मैप और आने-जाने वाली बसों की जानकारी लगाई जाए। – सिटी बसों के कारण यातायात कई जगह बाधित होता है। इसका ध्यान रखें। नए बस स्टॉप किसी भी हालत में चौराहों से 100 मीटर दूर बनाए जाएं।
– तत्काल प्रभाव से सभी बसों का प्रदूषण जांच करवाया जाए। यदि कोई गड़बड़ी है तो उसे सही करवाएं। – सिटी बसों के कारण शहर में कहीं भी जाम न लगे, इसके लिए योजना बनाकर दें, और उसे तुरंत क्रियान्वित करने की व्यवस्था करें।
– बारौली टोल नाका पर बातचीत करके बसों की आवाजाही की व्यवस्था पहले के समान की जाए। – प्रवासी भारतीय सम्मेलन के लिए 5 इलेक्ट्रिक बसों पर ब्रांडिंग करने के साथ ही, शहर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों के भ्रमण की योजना बनाएं।
– बीआरटीएस कॉरिडोर एवं संभावित स्थानों पर प्रवासी भारतीय सम्मेलन की ब्रांडिंग की जाए।