पार्षद कमलेश कालरा ने जीतू जाटव से मोबाइल पर हुई बातों की सारी रिकॉर्डिंग पेश की, जिसमें जीतू के धमकाने और हमला करने के पर्याप्त सबूत हैं। जब हमलावर घर पर थे, तब कालरा ने जीतू को फोन लगाकर अपने आदमी हटाने को कहा था। इस पर जीतू ‘ठीक है, हटाता हूं’ बोलते नजर आया। इसको आधार बनाकर पुलिस जीतू को भी षड्यंत्र का आरोपी बनाएगी।
यह भी पढ़ें: एमपी को भारी पड़ेगा पश्चिमी विक्षोभ, 21 जिलों में आंधी बारिश और ओलावृष्टि का अलर्ट बयान में कालरा ने जारी हुए वीडियो की उस लाइन को भी दमदारी से रखा, जिसमें घर की महिला के भी कपड़े उतारने की बात कही जा रही है। इस बीच पुलिस रिमांड में मौजूद दो आरोपियों से 29 हमलावरों की पहचान की पुष्टि भी कर ली गई है।
यह भी पढ़ें: एमपी में बीजेपी के दबंग नेता को किया निष्कासित, प्रदेशाध्यक्ष ने 6 साल के लिए बाहर निकाला नेत्री के यहां रुका था काफिला :घटनावाले दिन पार्षद कमलेश कालरा के घर पर हमला करने के लिए बदमाश दस गाड़ियों का काफिला लेकर पहुंचे थे। वे पहले खातीवाला टैंक में भाजपा नेत्री के यहां रुके। वहां से नेत्री ने घर का रास्ता दिखाया तो बाहर खड़े रहकर शोर भी मचाया। आगे जाकर दो भाजपाइयों के साथ खड़े काफिले के निकलने का इंतजार भी किया।
मंत्री-विधायक का नजदीकी
मंत्री-विधायक के नजदीकी होने का दावा करने से जीतू यादव की टीम भी बढ़ती गई। पार्षद के घर समर्थकों द्वारा हमला करने की बात सामने आई लेकिन जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों से हमलावरों की पहचान की तो पता चला, भीड़ में गंभीर अपराधों से लदे कई बदमाश शामिल हैं।
हत्या, हमले, वसूली के आरोपी व जुआ खेलने और अन्य अवैध गतिविधियों में आरोपी रहे बदमाश पार्षद कालरा के घर हमला करने पहुंचे थे। राजनीतिक संरक्षण था, इसलिए सिस्टम को ताक पर रख हमला कर उनके पुत्र का आपत्तिजनक वीडियो बना वायरल भी कर दिया।