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पुलिस ने MP RTO से ली वाहन नंबर की जानकारी
संयोगितागंज थाना प्रभारी के मुताबिक, बच्चा चुराकर ले गई, महिला जिस मेस्ट्रो मोपेड पर आई थी। उसकी दो सीरिज (एमपी –, एमआई या एम एल और आखिरी नंबर 20) के आधार पर पुलिस आरटीओ से एमआई सीरीज की 426 सफेद मेस्ट्रो गाड़ी की डिटेल निकलवा चुकी है। जांच में अब तक एम एल सीरिज की करीब 10 गाड़ियां प्रदेशभर में चल रही हैं। इसके अलावा एमआई और एमएल सीरिज की आखिरी में 20 नंबर वाली नंबर प्लेट की कुल 121 गाड़ियां अब तक सर्च की जा चुकी है। पुलिस को अनुमान है कि, जल्द ही वो इसी आधार पर बच्चा चोर महिला के गिरेबान तक पहुंचेगी।
पुलिस की आमजन से अपील
इंदौर एसपी विजय खत्री के मुताबिक, बच्चा चोरी के मामले को गंभीरता से लेते हुए संयोगितागंज सीएसपी, टीआई समेत 12 जवानों की टीम सक्रियता से मामले में जांच में जुटी हैं। हालांकि, अब तक मामले में किसी प्रोफेशनल बच्चा चोर गैंग और ह्यूमन ट्रैफिकिंग से जुड़े रैकेट की सक्रीयता होने की पुष्टि नहीं हो सकी है। लेकिन महिला के वाहन से संबंधित जानकारी जुटाने के लिए परिवहन विभाग से इंदौर समेत आसपास से शहरों में रजिस्टर्ड सभी मेस्ट्रो गाड़ियों की जानकारी जुटा ली गई है। जल्द ही चोर महिला की गाडी़ को नंबर के आधार पर ट्रेस कर लिया जाएगा। वहीं, एसपी खत्री ने आमजन से भी ये अपील की है कि, कहीं भी वो नवजात शिशु किसी घर में नया देखें तो पुलिस को इस संबंध में सूचित जरूर करें।
अस्पताल के CCTV में कैद हुई महिला चोर की तस्वीरें
महिला के साथ दो संदिग्ध और भी थे
संयोगितागंज थाना प्रभारी राजीव त्रिपाठी के मुताबिक, एमवाय अस्पताल से प्राप्त सीसीटीवी फुटेज में कहीं कहीं बच्चा चोर महिला के साथ दो और भी संदिग्ध नजर आए हैं। इसे गहनता से जांचा जा रहा है। हालांकि, अब तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है कि, दोनो संदिग्ध पुरुष महिला के साथी हैं भी या नहीं। थाना प्रभारी ने आमजन से ये अपील करते हुए कहा है कि, बच्चे के संबंध में किसी भी तरह का संदेह हो या संदिग्ध वाहन के संबंध में किसी तरह की जानकारी किसी को हो, वो थाने के नंबर (0731 2720300 और 7049108532) पर सूचना दे सकता है।
बच्चा चोर महिला पर 10 हजार का इनाम
इंदौर पूर्व के एसपी विजय खत्री के मुताबिक, बच्चा चोरी करने वाली नर्स बनकर आई महिला पर 10 हजार रुपये का इनाम तय किया गया है। महिला के संबंध में सूचित करने वाले को इनाम स्वरूप ये राशि दी जाएगी। वहीं पुलिस की एक टीम कुछ टेक्निकल एक्सपर्ट से महिला के मास्क लगे सीसीटीवी फुटेज को उसके चेहरे के अनुरुप हटाकर उसका असल संभावित चेहरा सामने लाने की भी कोशिश कर रही है। ताकि, महिला की शिनाख्त में आसानी हो सके।
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अब तक की जांच में यह आया सामने
पुलिस ने एमवाय अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज के अलावा, संभावित स्थानों से 40 अन्य सीसीटीवी फुटेज भी एकत्रित किये, जिनके जरिये पुलिस को पता चला कि, बच्चा चुराने के बाद महिला चोर अस्पताल से ढक्कन वाला कुआ तक पहुंची थी। यहां उसका वाहन बंद हो गया था। प्राप्त फुटेज से पता लगा कि, एक राहगीर ने महिला का वाहन स्टार्ट करा कर भी दी। पुलिस ने फुटेज के आधार पर उस शक्स को भी पकड़ लिया। पूछताछ में उसने कहा महिला की गाड़ी बंद थी, उसके पास छोटा बच्चा था, जिसके चलते सिर्फ मदद स्वरूप उसका वाहन स्टार्ट करके दिया था। महिला चोर का वाहन स्टार्ट करने वाले शख्स ने बताया कि, इतना छोटा बच्चा युवती के पास देखने पर उसने पूछा भी के इतने छोटे बच्चे को लेकर कहा जा रही हैं, जिसपर जवाब देते हुए युवती ने कहा कि, बच्चा उसकी भाभी का है। हालांकि, महिला के चहरे पर मास्क होने के कारण युवक भी उसका चेहरा नहीं देख सका। इसके बाद कुछ दूरी पर पहुंचकर उसने एक गैराज पर गाड़ी का प्लग भी बदलवाया था, लेकिन गैराज संचालक ने भी सामान्य ग्राहक समझते हुए उसके चहरे की ओर गौर नहीं किया।
बच्चा चोरी होने के बाद माता-पिता पर टूटा दुखों का पहाड़
इस तरह चतुराई से ले उड़ी बच्चा
नवजात की नानी राजू बाई के मुताबिक, शनिवार रात 2 बजे बेटी को डिलेवरी के लिए एमवाय अस्पताल लाए थे। बेटी को अस्पताल की पहली मंजिल के वार्ड नंबर-3 के बेड नंबर-8 पर भर्ती किया गया था। रविवार की सुबह पांच बजे ही बेटी ने एक बच्चे को जन्म दिया था। शाम करीब 5 बजे मैं बेटी और नवजात के पास बैठी हुई थी। इस दौरान मुंह पर मास्क लगाए सिर को भी नर्स की तरह ढंक कर सलवार सूट पहने एक अज्ञात महिला आई। उसकी उम्र करीब 30 साल होगी। वार्ड के अन्य बच्चों को चेक करने के बाद उसने हमारे बच्चे को भी चेक किया। इस दौरान नर्स की पोशाक में चोरनी ने बच्चे की नानी से कहा कि, बच्चे की धड़कन काफी धीमी है, जिसकी जांच करानी होगी।
नानी के मुताबिक, हमारी सहमति मिलने के बाद नर्स ने कहा कि, बच्चे को नीचे ग्राउंड फ्लोर पर ले जाना होगा। मैं बच्चे को गोद में लेकर नीचे आई। नीचे आकर उसने कहा कि, तुम बच्चे को मुझे दो और जल्दी जाकर पर्ची बनवा लाओ। मैं तुरंत ही पर्ची बनवाने चली गई। पर्ची लेकर वापस लौटी तो महिला और बच्चा दोनों वहां मौजूद नहीं थे। इसके बाद मैंने उसे काफी जगह पर खोजा, लेकिन दोनो का कहीं पता नहीं चला। काफी देर बाद समझ आया कि, वो नर्स नहीं चोर थी, जो मेरे एक दिन के नाती को चुराकर ले गई। इस दौरान दामाद भी अस्पताल पहुंच गए। हम दोनो ने ही मिलकर पुलिस में कंप्लेंट दर्ज कराई।