मां को मुखाग्नि देने के 4 घंटे बाद दिया पेपर, रिजल्ट आया और बन गया सिटी टॉपर, सच हुआ सपना
इंदौर. मां की अंतिम इच्छा पूरी करने के लिए इंदौर के जय चेतवानी ने उनकी मौत के अगले दिन अंतिम संस्कार के तुरंत बाद सीए फाउंडेशन की परीक्षा दी और सिटी टॉपर बनकर औरों के लिए मिसाल बन गए। १२वीं के बाद से ही जय ने घर संभालने के लिए नौकरी ज्वाइन कर ली थी। वहां अकाउंट से जुड़े बेसिक काम करने के दौरान मालिक सीए ठाकुर शादीजा उसकी लगन और मेहनत देखकर बड़े प्रभावित हुए थे। उन्होंने ही जय को बीकॉम के बजाय सीए की पढ़ाई करने की सलाह दी थी। जॉब के साथ ही पढ़ाई शुरू कर दी।
इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) के मंगलवार को जारी सीए फाउंडेशन रिजल्ट में जय ने ऑल इंडिया में 34वीं रैंक हासिल की। जय ने बताया, सीए शुरू करने से पहले मैं असमंजस में था लेकिन शादीजा सर ने कहा बड़े लक्ष्य हासिल करना है तो काम के साथ पढ़ाई पर भी फोकस करो।
पेपर से एक दिन पहले आया हार्टअटैक और मां चल बसी जय बताते हैं, परीक्षा के दूसरे पेपर से एक दिन पहले मां सुनीता चेतवानी को हार्टअटैक आ गया और वे हमें सदा के लिए छोडक़र चली गईं।?अगले दिन सुबह 10 बजे मां का अंतिम संस्कार करने के बाद मन में बहुत उथल-पुथल चल रही थी। फिर सोचा, मां का सपना तो यही था कि मैं खूब पढ़ाई करूं और अच्छा इंसान बनूं। इसी बात को ध्यान में रखकर मैं पेपर देने पहुंचा और बाकि पेपर के लिए भी दिल लगाकर पढ़ाई की। रिजल्ट आने की खुशी तो है पर कमी इस बात की है कि मां मेरे साथ नहीं हैं।
सीए फाइनल में सलोनी सिटी टॉपर इंदौर इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने मंगलवार शाम सीए फाइनल और फाउंडेशन का रिजल्ट जारी किया। सीए फाइनल में पहली बार ऑल इंडिया रैंकिंग (एआईआर) के टॉप 50 में शहर के 11 छात्रों ने जगह बनाई है। आईसीएआई के सीए फाइनल में शहर की सलोनी जिंदल ने ऑल इंडिया छठी रैंक हासिल की है। वह सिटी टॉपर हैं। सीए फाइनल में पहली बार एआईआर टॉप 50 में शहर के 11 स्टूडेंट्स शामिल हैं। सलोनी जिंदल एआईआर 6 के साथ सिटी टॉपर हैं।
सफलता के लिए खुद को हमेशा मोटीवेट करते रहें सिटी टॉपर सलोनी जिंदल ने बताया, स्टडी के दौरान कई मोड़ ऐसे आते हैं, जब आप निराश होने लगते हैं। दिन भर की पढ़ाई, आर्टिकलशिप और फैमिली से लेकर अन्य सभी बातें आपको एक साथ मैनेज करना पड़ती हैं। यह सब तभी संभव हो पाता है, जब आप हमेशा पॉजीटिव रहें। जब भी निराश हों खुद को मोटीवेट करें, खुद से कहें कि आपको हर हाल में अपना गोल हासिल करना है।
इंदौर सीए ब्रांच के अध्यक्ष पंकज शाह ने बताया, शहर के बेहतर रिजल्ट की वजह से प्लेसमेंट के लिए संभावनाओं के नए द्वार खुल गए हैं। शहर के छात्र लगातार बेहतर रिजल्ट दे रहे हैं। इस वजह से मल्टीनेशनल कंपनियों के आने का ग्राफ भी बढ़ रहा है। फाइनल के रिजल्ट के बाद देशभर में 14 हजार 185 नए सीए बने हैं। वहीं फाउंडेशन रिजल्ट में देशभर में 30 हजार 971 बच्चों ने परीक्षा दी, जिसमें से 5 हजार 753 यानी 18.58 प्रतिशत को सफलता मिली।
बोर्ड ऑफ स्टडीज चेयरपर्सन केमिशा सोनी ने बताया, पहली बार परीक्षा में 30 नंबर के ऑब्जेक्टिव प्रश्न रखे थे, जिनकी वजह से रिजल्ट में सुधार हुआ है। सीए ब्रांच की स्टूडेंट समिति द्वारा लगातार रिवीजन क्लासेस लगाने और रीडिंग रूम की सुविधा देने का भी छात्रों को भी बहुत लाभ हुआ।
टॉप 50 में आए शहर के 11 स्टूडेंट्स सलोनी जिंदल (एआईआर 6), सान्याम मंत्री (9), श्रेयांश जैन (16), अवनी जैन (18), तुषार अग्रवाल (19), शिवांगी गुप्ता (23), उर्वशी खत्री (29), नित्या काबरा (29), सूरज फतेहचंदानी (43), रजत मंत्री (44), प्राची बुडावानवाला (49).
शहर की खबरें:
Hindi News / Indore / मां को मुखाग्नि देने के 4 घंटे बाद दिया पेपर, रिजल्ट आया और बन गया सिटी टॉपर, सच हुआ सपना