वीडियो कॉल के माध्यम से बेटे ने किए अंतिम दर्शन
71 वर्षीय वंदना वाधवानी के निधन के बाद बेटे जयेश ने वीडियो कॉल के माध्यम से अंतिम दर्शन किए। जयेश का कनाड़ा में कुछ दिन पहले एक्सीडेंट हो गया था। जिसमें वह बुरी तरह घायल हुआ था। जिस वजह वह कनाडा से इंदौर नहीं आ पाया। मां के निधन के बाद शरीर को डोनेट करने की जानकारी दी गई। जिसपर बेटे और बेटी दोनों ने सहमति जताई।
दरअसल, वंदना वाधवानी मनोरमागंज में रहती थी। अचानक 17 जनवरी को उनकी तबियत खराब हो गई थी। जिसके बाद अस्पताल ले जाते वक्त ही उनका निधन हो गया। डॉक्टरों ने जानकारी दी कि कार्डियक अरेस्ट आया था। इस दौरान मृतिका की भाभी डॉ मोना ने बताया कि पति-पत्नी दोनों सामाजिक और धार्मिक थे। पति के निधन के बाद वंदना की इच्छा थी कि उस शरीर को भी पति की तरह ही डोनेट की जाए। वंदना की बॉडी को एमजीएम मेडिकल कॉलेज, दोनों आंखें एमके आई बैंक और स्किन को चोइथराम स्किन बैंक को दी गई हैं।
विधि-विधान से संपन्न हुई अंतिम रस्म
वंधना की देह दान से पहले परिवार ने अंतिम रस्में पूरी की। इसके बाद पंडित की उपस्थिति में मुक्तिधाम में विधि-विधान से कंडे जलाए गए, परिक्रमा की गई और दिवगंत आत्मा को शांति देने के लिए प्रार्थना की गई। सोमवार को गीता भवन में वंदना वाधवानी का उठावना हुआ। अब अगले हफ्ते 12 वीं रस्म पूरी की जाएगी।