कलेक्टर निशांत वरवड़े ने एयरपोर्ट डायरेक्टर के साथ बिजासन मंदिर से लगी 28 एकड़ जमीन का दौरा किया था। उन्होंने स्पष्ट कर दिया था कि सेंट्रल स्कूल के पास से रोड निकालने और बिजासन के मेले के लिए करीब आठ एकड़ जमीन छोडऩा होगी। वहीं, कन्वेंशन सेंटर बनाने के लिए चार एकड़ जमीन दी जाएगी। इन सबके हिसाब से 16 एकड़ जमीन ही एयरपोर्ट को दी जाएगी। हालांकि एयरपोर्ट अधिकारी चाहते हैं कि पूरी जमीन मिल जाए। कहना है कि विस्तार की योजना पर असर होगा। भविष्य में अंतरराष्ट्रीय उड़ान मिलने की उम्मीद है। मामला अब लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के पास पहुंच गया है। उनका झुकाव एयरपोर्ट अथॉरिटी की तरफ है। हालांकि 28 एकड़ जमीन एयरपोर्ट को दी तो मुश्किल हो जाएगी।
तीन किमी घूमना पड़ेगा
वर्तमान में एयरपोर्ट से लगी सड़क जो बिजासन, ह्रींकारगिरी, नैनोद, रिंजलाय, बिसनावदा होते हुए बेटमा जाती है, बंद हो जाएगी। बीएसएफ की जमीन से होते हुए जो नई सड़क ले जाने की बात कही जा रही है, उसमें तीन किमी का अंतर आएगा। नियमित गांव से सैकड़ों की संख्या में आने-जानों वालों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बेटमा की ओर जाने वाले भी इस सड़क का इस्तामल करते हंै, उन्हें भी सुपर कॉरिडोर के सामने से निकलने वाली सड़क से होकर जाना होगा।
तीन किमी घूमना पड़ेगा
वर्तमान में एयरपोर्ट से लगी सड़क जो बिजासन, ह्रींकारगिरी, नैनोद, रिंजलाय, बिसनावदा होते हुए बेटमा जाती है, बंद हो जाएगी। बीएसएफ की जमीन से होते हुए जो नई सड़क ले जाने की बात कही जा रही है, उसमें तीन किमी का अंतर आएगा। नियमित गांव से सैकड़ों की संख्या में आने-जानों वालों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा। बेटमा की ओर जाने वाले भी इस सड़क का इस्तामल करते हंै, उन्हें भी सुपर कॉरिडोर के सामने से निकलने वाली सड़क से होकर जाना होगा।
ये परेशानियां होंगीं…
इससे वर्तमान में एयरपोर्ट से लगा रोड बंद हो जाएगा। मंदिर में दर्शन करने वालों को नगर निगम द्वारा बनाए गए चढ़ाव से आना-जाना होगा। दर्शन करने वालों की गाडिय़ां सड़क पर ही खड़ी होंगी। आम दिनों में तो चल जाएगा, लेकिन नवरात्रि में सड़क पर वाहनों की पार्किंग होने से कॉरिडोर वाले मार्ग पर परेशानी होगी। इसके अलावा दोनों नवरात्रि में लगने वाला परंपरागत मेला भी खत्म हो जाएगा। टेकरी पर इतनी जमीन नहीं है कि मेला अच्छे से लग जाए। ऐसे में सैकड़ों छोटे दुकानदारों का कामकाज भी प्रभावित होगा और मंदिर की भव्यता भी खत्म हो जाएगी।
इससे वर्तमान में एयरपोर्ट से लगा रोड बंद हो जाएगा। मंदिर में दर्शन करने वालों को नगर निगम द्वारा बनाए गए चढ़ाव से आना-जाना होगा। दर्शन करने वालों की गाडिय़ां सड़क पर ही खड़ी होंगी। आम दिनों में तो चल जाएगा, लेकिन नवरात्रि में सड़क पर वाहनों की पार्किंग होने से कॉरिडोर वाले मार्ग पर परेशानी होगी। इसके अलावा दोनों नवरात्रि में लगने वाला परंपरागत मेला भी खत्म हो जाएगा। टेकरी पर इतनी जमीन नहीं है कि मेला अच्छे से लग जाए। ऐसे में सैकड़ों छोटे दुकानदारों का कामकाज भी प्रभावित होगा और मंदिर की भव्यता भी खत्म हो जाएगी।