निगम कर्मचारी यतींद्र यादव से पार्षद कालरा की मामूली बहस ने प्रदेशभर में बड़ा बवाल कर दिया है। जीतू यादव को एमआइसी की सदस्यता गंवानी पड़ी तो भाजपा ने छह साल के लिए निष्कासित भी कर दिया।
यह भी पढ़ें: केंद्रीय मंत्री के सामने दी परिणाम भुगतने की चेतावनी, सुनते रहे सिंधिया, अब की बड़ी कार्रवाई प्रकरण में पुलिस ने अभि को मुख्य आरोपी बनाया है। पुलिस की खुफिया टीम को जानकारी मिली है कि यादव और अभि नेपाल में छिपे हैं। प्रयास किया जा रहा है कि पकड़ाए 15 आरोपियों में से किसी की जमानत हो जाए तो पेश हों। उस दौरान जल्दी छूटने की संभावना बन जाएगी। इससे पहले अग्रिम जमानत का भी प्रयास किया जाएगा। इधर, दो नंबरी भाजपाइयों ने पुलिस पर भारी दबाव बना रखा है कि किसी भी तरह यादव को बचा लिया जाए।
एमपी में ओबीसी में शामिल होंगी कई नई जातियां! राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग की कवायद शुरु अब तक 16 आरोपी पकड़ाएएडिशनल डीसीपी आनंद यादव ने बताया कि आरोपी सौरभ (27) पिता राजकुमार निवासी कुलकर्णी का भट्टा को गिरतार किया है। टीम को सूचना मिली थी कि आरोपी परदेशीपुरा क्षेत्र में किसी के घर के बाहर खड़ा है। टीम ने उसे पकड़ा तो कहने लगा कि फरारी में उज्जैन चला गया था। वारदात वाले दिन वह अभि के कहने पर कालरा के घर पहुंचा था।
कालरा के घर हुई वारदात के फुटेज में सौरभ भी दिख रहा है। सौरभ इलेक्ट्रिक संबंधी कार्यों का कांट्रेक्टर है। उसका आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रहे हैं। शनिवार को उसे कोर्ट में पेश करेंगे। अब तक 16 आरोपी गिरतार हुए हैं। 6 की तलाश जारी है।