ढाई लाख की लिमिट
एसजीएसआईटीएस के स्टूडेंटस अमल कानूनगो बताते है कि जुलाई के पहले हफ्ते में होने वाले कॉम्पिटिशन के लिए हम फॉर्मूला रेसिंग कार डिजाइन करना शुरू कर दी है। इसे बनाने के लिए हमे लगभग ६ लाख रुपए की जरूरत है। कॉलेज एक लिमिटेड फंड देता है उसे बाद हमें ही स्पांसर्स सर्च करके या फंड कलेक्ट करके मैनेज करना होता है। ऑनलाइन हमने क्राउड फंडिंग के बारे में बड़ा वहां अपनी जरूरत और प्रोजेक्ट डिटेल के साथ जरूरी इंर्फोमेशन मेंशन की ताकि हम फंड कलेक्ट कर सके। वे बताते है कि इसमें एक लिमिट सेट करना होती है जो हमने ढाई लाख सेट की है। अभी तक हमें ४२ हजार रूपएं मिले भी है। हमने एक फंडरेजिंग वेबसाइट पर अपनी डिटेल इंर्फोम की है इंटरेस्टेड लोग हमे सर्पोट कर रहे है।
२३ लोगों की टीम मिलकर तैयार कर रही कार अमल बताते है कि हमारी टीम में मेकेनिकल, इंडस्ट्रीयल प्रोडक्शन और इलेक्ट्रिकल ब्रांच के कुल २३ मैंबर्स शामिल है। हमने रिसर्च बुक्स से डिजाइनिंग के कॉन्सेप्ट पर काम किया है। इसके लिये टायर्स जर्मनी से इंपोर्ट किये है। डिजाइन का बैसिक मॉडल तैयार है। फंड रेजिंग और स्पोंसरशिप हमारी सबसे बड़ी परेशानी है। हमारा फोकस लाइट वैटेड और कोस्ट इफेक्टिव व्हीकल तैयार करना है। इसमें हमने लेटेस्ट सॉफ्टवेयर पर स्टडी करके मॉडल्स तैयार किये है।
कंफर्ट का रख रहे है ध्यान २४ जनवरी से २९ जनवरी तक होने वाले बाहा कॉम्पिटिशन के लिए २५ लोगों की टीम ने मिलकर एक ऑफ रोड़ बाइक तैयार की है जिसमें एरोगोनोमिक्स का खास ध्यान रखा गया है। टीम के मृगांक यादव बताते है कि हमने इस कॉम्पिटिशन को जितने के लिए कुछ स्पेसिफिक डिजाइङ्क्षनग चैज किये है जैसे लेग रूम को बढ़ाया है जो ड्राइव कंफर्ट के लिए जरूरी है। हम एक महीने से इसकी डिजाइनिंग पर काम कर रहे थे। इसे बनाने में ५ अलग-अलग टीम शामिल हुई है। हमारी टीम साल २०१४ में हुए कॉम्पिटिशन में ओवरऑल विनर रह चुकी है। साल २०१४ में हमे अलग-अलग कैटेगरी में लगभग १५ से ज्यादा अवार्ड मिल चुके है।