अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर का धार्मिक और आध्यात्मिक पर्यटन स्थल बनाने की दिशा में काम शुरू हो गया है। जल्द ही अयोध्या में मूलभूत सुविधाओं के साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। स्वच्छता में भी रामनगरी को देश में नंबर-1 बनाया जाएगा। इसके लिए देश का सबसे स्वच्छ शहर इंदौर के मॉडल को अयोध्या में लागू किया जाएगा।
इंदौर मॉडल होगा लागू
देश में लगातार स्वच्छता में नंबर-वन रहने वाला शहर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने जा रहा है। सबसे स्वच्छ शहर में स्वच्छता के लिए कैसे काम होता है, टीम के क्या-क्या दायित्व हैं, इन सब बातों को लेकर अयोध्या में काम शुरू होगा। इसके लिए आइआइएम इंदौर ने टीम बनाई है। डायरेक्टर हिमांशु राय इसका नेतृत्व करेंगे। प्रशांत सालवान, श्रुति तिवारी, गणेश एन, आदित्य देशबंधु को टीम में शामिल किया गया है।
ऐसे होगा काम
शिक्षा और सूचना पर भी होगा काम- प्रो. राय
आइआइएम इंदौर के डायरेक्टर प्रो. हिमांशु राय ( pro. himanshu rai, director iim, indore ) ने पत्रिका.कॉम को बताया कि भगवान राम के जन्मस्थान को दुनिया में सबसे स्वच्छ आध्यात्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए विस्तृत कार्य योजना पर काम शुरू हो गया है। हम सबसे पहले स्वच्छ भारत मिशन के सूचना, शिक्षा और संचार पहलुओं पर भी काम कर रहे हैं।
अयोध्या को बनाएंगे अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर- विशाल सिंह
अयोध्या नगर निगम के कमिश्नर विशाल सिंह ( vishal singh, commissioner, nagar nigam, ayodhya ) ने पत्रिका.कॉम को बताया कि इंदौर नगर निगम ने अर्बन डवलपमेंट में पिछले वर्षों में काफी अच्छा काम किया है, इसलिए हमने इंदौर को चुना है। अयोध्या बहुत छोटा शहर है, इसमें दो-तीन नगर पालिका को मिलाकर नगर निगम बनाया है। हमें एक कैपेसिटी बिल्डिंग और ट्रैनिंग का काम करना है। अयोध्या को अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बनाने के लिए हमें लोगों को भी इसके लिए तैयार करना है। अगले दो तीन सालों में हम कैसे इसको अंतरराष्ट्रीय शहर बना सकेंगे। इसलिए इंदौर के आइआइएम के साथ मिलकर हम यह काम कर रहे हैं।
थीम सॉंग भी होगा तैयार
रामनगरी को सबसे स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए एक थीम सॉंग भी तैयार किया जाएगा। जो रामचरित मानस की चौपाइयों की तर्ज पर होगा। गौरतलब है कि इंदौर-भोपाल समेत अन्य शहरों में भी स्वच्छता मिशन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए ऐसे ही गीत रोज सुबह शहरों में गूंजते हैं।
97वीं रैंक है अयोध्या की
दो लाख 21 हजार की आबादी वाले अयोध्या की रैंकिंग 2019 में 527 रैंक आई थी। स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में इसकी 97वीं रैंकिंग आई थी। रैंकिंग बढ़ने के बाद अयोध्या नगर निगम में भी काफी उत्साहित है।
पहले से सक्रिय हैं योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले सप्ताह ही अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं कि अयोध्या में हर सुविधा उपलब्ध होना चाहिए। वहां विकास कार्यों की गति तेज की जाए और यातायात की व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए सड़कों को चौड़ा किया जाए।