प्रदेश की अधिकतर सब्जी मंडियों में टमाटर के प्रति किलो की दर से दाम 40 से 50 रुपए पर आ गए हैं। जानकारों के अनुसार, मौसम के कारण नए टमाटर बाजार में आने में देरी हुई। इस वजह से टमाटर के भाव में तेजी आई है, लेकिन अब नई फसल के टमाटर बाजार में आने लगेंगे और कीमतें फिर कम हो जाएगी।
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पहले भी रुला चुके हैं टमाटर के दाम
मौसम में बदलाव का असर सब्जियों और फसलों पर पड़ने लगा है। अप्रैल मई में बेमौसम बारिश और फिर तेज गर्मी ने आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश में टमाटर की फसलें खराब कर दी थी और हर साल की तुलना में टमाटर का आधा ही उत्पादन देश में हो सका था। इस कारण जुलाई में टमाटर के भाव 120 से 130 रुपए किलो तक जा पहुंचे थे, लेकिन नई फसल के बाद टमाटर के भाव कम हो गए।
जल्द ही घट जाएंगे दाम
इंदौर चोइथराम सब्जी मंडी एसोसिएशन के पदाधिकारी फारुक राइन की मानें तो इस बार अक्टूबर-नवंबर में भी तेज ठंड नहीं पड़ी है। इससे टमाटर की फसल लेट हुआ है। नवंबर में भाव बढ़ने की यही मुख्य वजह भी है। उन्होंने बताया कि बुधवार तक टमाटर के दाम 60 रुपए प्रति किलो के हिसाब से बिके थे, लेकिन गुरुवार को कीमतों में कमी देखी गई है। आज टमाटर का भाव 40 से 50 रुपए किलो तक देखा जा रहा है। मांगलिक आयोजन शुरू होने से टमाटर की डिमांड तेज हुई है। दिसंबर तक टमाटर के भाव में दोबारा कमी आने की संभावना है। इंदौर की मंडियों में टमाटर आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के अलावा महाराष्ट्र और राजस्थान की तरफ से आते हैं।