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ऐसे करते थे गाड़ियों की चोरी
दरअसल पुलिस को लंबे समय से अलग-अलग इलाकों से शिकायत मिल रही थी कि एक शख्स कई चार पहिया वाहनों को किराए पर ले रहा है। आरोपी का नाम देवेन्द्र ठाकुर है जो कि गाड़ियों को हर महीने 20-30 हजार रुपए के हिसाब से किराए पर लेता था। गाड़ी किराए पर लेने के बाद आरोपी एक ही महीने के अंदर उसके फर्जी कागजात बनवा लेते थे और फिर दूसरे शहरों में जाकर गाड़ियों को गिरवी रखकर पैसे लेकर फरार हो जाते थे। पुलिस को शिकायत मिली थी कि देवेन्द्र ने गाड़ियों को किराए पर लेकर जो अनुबंध गाड़ी मालिकों से किया है उसके हिसाब से वो पेमेंट नहीं कर रहा है और न ही गाड़ी लौटा रहा है।
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ये आरोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों के नाम देवेन्द्र ठाकुर, श्यामसिंह सुनेर,रितेश वर्मा व दीपक रघुवंशी हैं। शुरुआती पूछताछ में आरोपियों ने इंदौर के साथ ही धारस सीहोर, खरगोन, देवास व कई अन्य जिलों में भी गाड़ियों को किराए पर लेने और उन्हें गिरवी रखने की बात कबूल की है। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर 44 कारें जब्त की हैं जिनकी कीमत करीब 5 करोड़ रुपए आंकी जा रही है।