नितेश पाल, इंदौर. शहर की सबसे महत्वपूर्ण सड़क एमजी रोड को बनाने में किस तरह से मार्ट सिटी कंपनी ने घोटाला किया है। ये सड़क के खराब हिस्सों को दोबारा बनाने के दौरान ही समझ में आ रहा है। यहां जो 34 करोड़ लागत की सड़क बनाई जा रही है, उसमें लगभग ढ़ाई करोड़ रुपए का घपला किया गया है। जिसमें सड़क के टॉप और बेस बनाने में ही एक-एक इंच सीमेंट कांक्रीट कम कर दिया गया। इसमें ही लगभग 70 लखा रुपए का घपला कर दिया। वहीं इसके टॉप की क्वालिटी में खेल करते हुए लगभग 1.30 करोड़ रुपए का गोलमाल किया गया है। इसके अलावा इस सड़क के बेस की क्वालिटी में जो गड़बड़ की गई है, उसमें भी लगभग 50 लाख का खेल हो गया। ये है घपले का गणित ऊंचाई में खेल सड़क का टॉप स्मार्ट सिटी कंपनी ने इस सड़क का टॉप बनाने के लिए जो टेंडर किया था, उसमें यहां पर सड़का सीमेंट कांक्रीट का टॉप 12 इंच (300 सेंटीमीटर) का बनना था। लेकिन पत्रिका ने सड़क के टॉप (सीमेंट कांक्रीट) की ऊंचाई की जब नपती की तो यहां पर 11 इंच (275 सेंटीमीटर) सड़क का टॉप मिला। 1.7 किलोमीटर लंबाई की 45 फीट चौड़ी सड़क बनाई गई है। इस पूरी सड़क में एक इंच टॉप कम बनाकर ही यहां पर लगभग 40 लाख रुपए की गड़बड़ी कर दी गई है। सड़क का बेस यहां पर सड़क का बेस 6 इंच का बनाया जाना था। लेकिन मौके पर लगभग पांच इंच का बेस ही बनाया गया है। एक इंच बेस की ऊंचाई कम करते हुए भी लगभग 30 लाख रुपए की गड़बड़ी कर दी गई। सड़क की क्वालिटी टॉप की क्वालिटी स्मार्ट सिटी के टेंडर के मुताबिक टॉप की क्वालिटी भी तय की गई थी। यहां पर एम-40 ग्रेड का सीमेंट कांक्रीट किया जाना था। लेकिन यहां पर जो क्वालिटी का कांक्रीट किया गया है। वो एम-25 ग्रेड का ही है। 1700 मीटर की सड़क बनाने में इस दौरान क्वालिटी में इस अंतर के चलते लगभग 1.30 करोड़ रुपए का घपला हो गया है। बेस की क्वालिटी टेंडर शर्तों के मुताबिक सड़क में एम-10 ग्रेड का बेस बनाया जाना था, लेकिन यहां पर केवल जो बेस बनाया गया है, उसमें सीमेंट की जगह पर धूल ज्यादा इस्तेमाल की गई है। जो इसके हिस्सों को खोदने पर ही साफ नजर आ रहा है। यहां पर बेस बनाने में एम-10 की जगह पर एम-7.5 ग्रेड का कांक्रीट इस्तेमाल किया गया है। इसमें ही लगभग 50 लाख का खेल कर दिया गया है।
0 इस सड़क के ठेकेदार पर कार्रवाई के साथ ही इसकी पूरी जांच बाहरी एजेंसी से हम करवाएंगे। साथ ही इसमें जो भी दोषी लोग हैं। उन पर भी हम कार्रवाई करेंगे। – पुष्यमित्र भार्गव, महापौर