प्लास्टिक हाउसवेयर एसोसिएशन हुब्बल्ली के अध्यक्ष जामताराम देवासी सराणा ने कहा, हुब्बल्ली में प्लास्टिक हाउसवेयर की करीब 45 दुकानें हैं जिनमें अधिकांश होलसेल कारोबार की है। हुब्बल्ली के होलसेल व्यापारी हुब्बल्ली के साथ ही दमन, वापी, अहमदाबाद, राजकोट, बेंगलूरु समेत अन्य स्थानों से प्लास्टिक उत्पाद मंगा रहे हैं। हाउसहोल्ड आइटम में बाल्टी, मग, फर्नीचर, कुर्सियांं, टेबल समेत अन्य रोजमर्रा के काम आने वाले उत्पादों की अधिक डिमांड है। पहले लोग स्टील के उत्पाद अधिक खरीदने में दिलचस्पी लेते थे। अब इसकी जगह प्लास्टिक के उत्पाद लेने लगे हैं। पहले ग्राहक सस्ते उत्पाद अधिक खरीदते थे लेकिन अब क्वालिटी को महत्ता दे रहे हैं। प्रति वर्ष नई दुकानें भी खुल रही हैं।
प्लास्टिक हाउसवेयर एसोसिएशन हुब्बल्ली के सचिव किशोर पटेल गोलिया चौधरियान ने कहा, प्लास्टिक से बने उत्पादों का चलन बढ़ रहा है। हुब्बल्ली से समूचे उत्तर कर्नाटक में प्लास्टिक से निर्मित उत्पादों की बिक्री की जा रही है। मुम्बई एवं दमन से प्लास्टिक उत्पाद बनने के बाद से हुब्बल्ली का बाजार भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। कुर्सियों से लेकर छत पर रखने की पानी की टंकियों तक का उत्पादन हुब्बल्ली में होने से व्यापारियों को अपेक्षाकृत सस्ती दर पर उत्पाद सुलभ होने लगे हैं। हुब्बल्ली में प्लास्टिक उत्पादों के कोई एक दर्जन से अधिक उद्योग स्थापित हो चुके हैं। स्टील मिक्स प्लास्टिक की मांग भी बढऩे लगी है। ऐसे टिफिन बॉक्स समेत अन्य उत्पादों की अच्छी डिमांड बनी हुई हैं। ऐसे आइटमों के उपहार में देने का चलन भी बढ़ रहा है। लोग कोरोना के बाद से स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक भी हुए हैैं। इसका असर देखने को मिल रहा है।
प्लास्टिक कारोबार से जुड़़े संदीप जैन जोधपुर कहते हैं. हमारी फर्म वर्ष1936 से है। तब प्लास्टिक का चलन कम था। उस दौर में तांबा, पीतल एवं स्टील के घरेलू आइटमों की मांग रहती थी। आज तो दिन की शुरुआत भी प्लास्टिक से बने उत्पादों के साथ ही होती है। नए दौर में तो अब सड़कें तक प्लास्टिक से बनने लगी है। बिल्डिंग बनाने में प्लास्टिक काम आ रहा है। कहने का अर्थ यही हैै कि अब छोटी पिन से लेकर हवाईजहाज बनाने तक में प्लास्टिक काम आ रहा है।
प्लास्टिक उत्पाद सामग्री के व्यापारी मदन चौधरी खाखरलाई कहते है, पहले कम कीमत के प्लास्टिक उत्पाद अधिक बिकते थे। अब क्वालिटी के साथ ब्रांडेड आइटम की मांग अधिक रहती है। हुब्बल्ली में अब कई प्लास्टिक उत्पाद बनने लगे हैं। हुब्बल्ली में नई इकाइयां लगने से व्यापारियों को अधिक सुविधा हुई है। इससे निसंदेह प्लास्टिक उत्पादों का बाजार भी तेजी से बढ़ा है। परिवहन लागत कम हुई हैं। पहले कई उत्पाद जो बगलूरु से मंगवाने पड़ते थे वही आइटम अब हुब्बल्ली में सुलभ होने लगे हैं। लोहे एवं स्टील से बने उत्पादों की जगह अब प्लास्टिक के उत्पाद लेने लगे हैं। मसलन पहले लोहे से बनी तगारी की मांग रहती थी लेकिन अब लोग प्लास्टिक से बनी तगारी खरीदने लगे हैं। यह कीमत में सस्ती, वजन में हल्की होने के साथ जंग लगने का झंझट भी नहीं रहता है।
प्लास्टिक सामग्री से जुड़े व्यापारी राजेन्द्र सुराणा खांडप कहते हैं, आज से दो-तीन दशक पहले तक सस्ते उत्पादों की डिमांड अधिक थी। अब ग्राहक क्वालिटी पसंद करता है। हार्डवेयर के क्षेत्र में पहले जहां लोहे से बने उत्पाद अधिक खरीदे जाते थे। अब धीरे-धीरे उनकी जगह प्लास्टिक के बने उत्पाद ले रहे हैं। पिछले 2-3 साल से प्लास्टिक से बने फावड़े की डिमांड बढ़ी है। निर्माण के क्षेत्र में भी प्लास्टिक से बने उत्पादों की मांग तेजी से बढ़ रही है।
प्लास्टिक से बने उत्पादों की सामग्री के विक्रेता नाथूसिंह राजपुरोहित पराखिया कहतेे हैं, पहले दुकानदार मिक्स आइटम अधिक रखते थे। करीब तीन दशक से हुब्बल्ली में दुकानों पर प्लास्टिक उत्पादों की सामग्री बेचने का चलन शुरू हुआ। अधिकांश दुकानदार होलसेल व्यापार कर रहे हैं। स्थानीय स्तर पर प्लास्टिक उत्पादों का उत्पादन होने से दुकानदारों के लिए आसानी हुई है। आसपास के कई जिलों में हुबल्ली के प्लास्टिक उत्पादों की मांग बनी हुई है।