लोक निर्माण एवं जिला प्रभारी मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा, प्रशासनिक सुविधाओं और विकास के उद्देश्यों के लिए बेलगावी से चिक्कोडी और गोकाक को नया जिला बनाने की जरूरत है। हम चाहते हैं कि पटेल सरकार द्वारा लिए गए निर्णय को लागू किया जाए और मांग को मुख्यमंत्री के समक्ष उठाया जाएगा।
महिला एवं बाल कल्याण मंत्री लक्ष्मी हेब्बालकर ने कहा कि वह बेलगावी जिले के विभाजन के लिए जिले के सभी 18 विधायकों के पत्रों के साथ सिद्धरामय्या से मिलेंगी। हालांकि वह बनने वाले नए जिलों की संख्या पर टिप्पणी नहीं करेंगी।
अथानी के निवासियों का कहना है कि बेलगावी जिला मुख्यालय तक पहुंचने में उन्हें काफी परेशानी होती है और वे अथानी को नया जिला बनाना चाहते हैं। इसके अलावा बैलहोंगल के निवासियों का कहना है कि यह ब्रिटिश काल से ही उप-मंडल मुख्यालय रहा है। इसलिए बैलहोंगल नया जिला बनने के योग्य है।
दूसरी ओर कन्नड़ कार्यकर्ता चाहते हैं कि सरकार सितंबर 1997 में विधानसभा में दिए गए तत्कालीन मुख्यमंत्री जेएच पटेल के बयान को याद करे कि बेलगावी जिले को विभाजित करने के बारे में तब तक कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा जब तक कि विवादास्पद कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद का समाधान नहीं हो जाता।
बेलगावी के पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष बाबूलाल राजपुरोहित कहते हैं, पिछले 25 वर्ष से गोकाक एवं चिक्कोड़ी को जिला बनाने की मांग की जा रही है। राजनीतिक कारणों से नए जिले बनने में बाधा आ रही है। क्षेत्र में 18 विधायक है। इलाके में 30 सुगर फैक्ट्री है। नए जिले बनाने की दिशा में अब जल्द कदम उठाए जाने चाहिए।