Makar Sankranti : यूरोप के माल्टा में पहली बार दिखी मकर संक्रांति और पौष बड़ा महोत्सव की रौनक़, उमड़े NRIs
Makar Sankranti: राजस्थान के दौसा मूल की मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लूएन्सर धोली मीणा ने यूरोप के माल्टा से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया माल्टा में मकर संक्रान्ति और पौष बड़ा महोत्सव का आंखों देखा हाल। उन्होंने प्रवासी भारतीय समुदाय के लोगों को प्रेरित कर माल्टा में इकट्ठा किया और यह खूबसूरत ईवंट सजाया।
Makar Sankranti: सात समंदर पार यूरोपियन देश माल्टा (Malta) में इतिहास रचा गया। लुगड़ी फेम राजस्थान मूल की सोशल मीडिया इन्फ्लुएन्सर धोली मीना ने माल्टा में रह रहे राजस्थानी समुदाय के साथ मकर संक्रांति (Makar Sankranti) व पौष बड़ा महोत्सव (Paush Bada Mahotsav) बड़ी धूमधाम से मनाया। धोली मीना ( Dholi Meena) ने सीधे माल्टा से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि माल्टा की धरती पर पहली बार मकर संक्रांति का कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रवासी भारतीयों ने गीत संगीत और भारतीय व्यंजनों के साथ इस आयोजन का लुत्फ उठाया।
राजस्थानी समुदाय के 150 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया
उन्होंने मकर संक्रांति के अवसर पर माल्टा में बसे राजस्थानियों के साथ मिल कर मैनोएल आइलैंड, जीरा व माल्टा पर एक पतंग महोत्सव का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में राजस्थानी समुदाय के 150 से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया और भारत की सांस्कृतिक विविधता की अद्भुत झलक प्रस्तुत की । विधिवत पूजा अर्चना के बाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई। मीना ने बताया कि माल्टा में अभी तक राजस्थानी समुदाय के लोग अलग-थलग रह रहे थे। पिछले चार साल से वो माल्टा में मकर संक्रांति अकेले ही मनाती थीं। उन्होंने इस बार कुछ विशेष करने की ठानी और सोचा क्यों ना इस बार मकर संक्रांति का त्योहार राजस्थानी समुदाय के साथ मनाया जाए। इसी कड़ी में सबसे बड़ी चुनौती थी लोगों को ढूंढना व उन्हें एक मंच पर इकट्ठा करना। अब से पहले किसी को यह पता नहीं था कि माल्टा देश में राजस्थानी समुदाय के कितने लोग रहते है।
एक सप्ताह में 100 से भी अधिक लोग जुड़ गए
धोली मीना ने बताया कि सबसे पहले उन्होंने एक कोर टीम बनाई और फिर एक-एक कर सब राजस्थानियों को ढूंढना शुरू किया। देखते ही देखते उनके ग्रुप में 25 लोगों से बढ़ कर एक सप्ताह में 100 से भी अधिक लोग जुड़ गए। माल्टा जैसे देश में यह संख्या बहुत अधिक है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में उनकी टीम की सोच से भी अधिक 150 के लगभग लोगों ने भाग लिया। कार्यक्रम में यूरोपियन लोग व नेपाल के लोगों ने भी भाग लिया। दस मौके उपस्थित लोगो को भोजन में पौष बड़ा खिलाया गया। वहीं सांस्कृतिक व देश भक्ति से ओतप्रोत कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए । धोली मीना ने राजस्थानी समुदाय के साथ पतंग उड़ाई व पारंपरिक खेल जैसे की कांच की गोली व संतोलिया का खेल भी खेला।
कई साथियों ने भागीदारी निभाई
धोली मीना ने बताया कि इस आयोजन को सफल बनाने में अरुण गौड़, राजकुमार जांगिड़, रमेश जांगिड़, जितेंद्र गुर्जर, दिनेश सैनी, रामनिवास सैनी, रवि राजपूत, अशोक माली, बाबूलाल माली, हेमंत कुमार, हीरालाल भट्टी, राकेश सेन व अन्य कई साथियों ने भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में पतंगबाजी मुख्य आकर्षण रही, जहां बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी ने बड़े उत्साह के साथ हिस्सा लिया। इसके साथ ही पारंपरिक भोजन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने माहौल को और खुशनुमा बना दिया।
माल्टा में भविष्य की योजनाएं
धोली मीना ने बताया कि कार्यकम के सफल आयोजन के बाद राजस्थानी समुदाय ने एक मंच बनाने का निर्णय किया है, जिसका नाम उन्होंने Rajasthani Association Malta (RAM) रखने का निर्णय लिया है । धोली मीना ने ख़ुशी जाहिर कि राजस्थान में राम के नाम को सबसे बड़ा माना जाता है और राजस्थानी समुदाय ने अपने मंच का नाम भी राम (RAM) रखने का निर्णय लिया है। भविष्य में माल्टा में राजस्थान दिवस, होली उत्सव, रक्षाबंधन, नवरात्रि और दीपावली जैसे प्रमुख भारतीय त्योहार भी मनाने की योजना बनाई है। उल्लेखनीय है कि मकर संक्रांति एक ऐसा त्यौहार है जो सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में भारतीय समुदाय मनाता है।