दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज वोडाफोन के नंबर से किया गया था। यही वजह है कि अब वोडाफोन दुनिया की इस पहले मैसेज को नीलाम करने जा रही है। बता दें कि इस मैसेज को करनेवाला भी एक वोडाफोन कर्मचारी था। दरअसल इंजीनियर नील पापवर्थ की तरफ से न्यूबरी वर्कशायर में रिचर्ड जार्विस को 3 दिसंबर 1992 को पहला टेक्स्ट मैसेज भेजा गया था। पापवोर्थ ने रिचर्ड को यह SMS ऑर्बिटल 901 हैंडसेट पर भेजा था।
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22 वर्षीय नील कंपनी के लिए शॉर्ट मैसेज सर्विस (SMS) पर काम कर रहे थे। इस दौरान उनकी ओर से जो पहला मैसेज भेजा गया था वे त्योहार से जुड़ा। इस मैसेज में क्रिसमस की बधाई ( Marry Christmas ) दी गई थी।
इस तरह 14 कैरेक्टर का यह मैसेज दुनिया का पहला टेक्स्ट मैसेज बन गया था। मौजूदा समय में टेक्स्ट मैसेज काफी आम हो गया है। इसको लेकर व्हाट्सऐप समेत कई तरह के मैसेजिंग ऐप भी उपलब्ध हैं। जिन पर करोड़ों लोग रोजाना खरबों मैसेज करते हैं।
इस मैसेज को फ्रांस में एगट्स ऑक्सन हाउस (Aguttes Auction House) की ओर से नीलाम किया जा रहा है। इस टेक्स्ट मैसेज को क्रिप्टोकरेंसी ( Cryptocurrency ) में खरीदा जा सकता है। मैसेज को 2 लाख डॉलर यानी लगभग 1 करोड़ 52 लाख रुपए में नीलाम के लिए लिस्ट किया गया है।
इस नीलामी में जीतने वाले को सबसे पहले वोडाफोन ग्रुप की ओर से प्रामाणिकता का एक सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इसके तहत उस शख्स को ऑरिजनल कम्यूनिकेशन प्रोटोकॉल का एक रेप्लिका मिलेगा, जिसे वोडाफोन ने तैयार किया है।