महाशिवरात्रि: ओम नमः शिवाय के पीछे छिपा है चमत्कारी रहस्य, मंत्र की शक्ति जान हो जाएंगें हैरान
पुराणों के मुताबिक महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन शिव और पार्वती का विवाह हुआ था। इस लिए अगर कोई अविवाहित कन्या ये व्रत रखती है तो उसे बढ़िया वर मिलता है। वहीं विवाहित औरतें विधिपूर्वक इस व्रत को रखती हैं तो उनका वैवाहिक जीवन सुखद बितता है।
इस लिए मनाई जाती है महाशिवरात्रि
हममें से बहुत से लोगों को नहीं पता है कि महाशिवरात्रि (Mahashivratri) क्यों मनाई जाती? तो आज हम आपको इससे जुड़ी बातें बताने जा रहे हैं, जिससे आप को महाशिवरात्रि पर्व मनाने का कारण आसानी से पता चल जाएगा। दरअसल, महाशिवरात्रि को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं।पहली मान्यता के अनुसार इस दिन भगवान शिव शंकर और माता शक्ति का विवाह संपन्न हुआ था। जिसके बाद से ये पर्व मनाया जाने लगा।
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वहीं दूसरी मान्यता के अनुसार इसी दिन शिव जी पहली बार प्रकट हुए थे।कहा जाता है कि शिव अग्नि ज्योर्तिलिंग के रूप में प्रकट हुए थे, जिसका न आदि था और न ही अंत।
तीसरी पौराणिक मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के दिन 64 जगहों पर शिवलिंग उत्पन्न हुए थे। लेकिन अभी तक सिर्फ 12 ज्योर्तिलिंगों (12 jyotirlinga) का पता चल सका है।