Avengers की दमदार आवाज के पीछे हैं ये बॉलीवुड एक्टर्स, नाम जानकर चौंक जाएंगे आप अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर क्लासरुम में कैसे किसी टीचर को बंदूक ले जाने दी जा सकती है। क्योंकि क्लास में बच्चे पढ़ते हैं और जब उन्हें इस बारे में पता चलेगा तो उनपर इसका गलत असर पड़ सकता है। दरअसल बीते साल
फ्लोरिडा के एक स्कूल में जमकर गोलीबारी हुई थी जिसमें 17 लोगों की मौत हो गयी थी। इस गोलीबारी में कई लोग घायल भी हुए थे।
टीचर्स को लेनी पड़ेगी ट्रेनिंग आपको बता दें कि टीचर्स को क्लासरूम में बंदूक लेकर जाने से पहले 144 घंटे की ट्रेनिंग पूरी करनी होगी। इस ट्रेनिंग में मानसिक परीक्षण अनिवार्य है।
America के राष्ट्रपति
डॉनल्ड ट्रम्प (
Donald Trump ) इस क़ानून के समर्थन में हैं वहीं विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं। आपको बता दें कि इस फैसले का मुख्य उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है लेकिन कई अभिभावक और पार्टियां इसके समर्थन में नहीं है।
21 करोड़ रुपये में नीलाम हुई थी टीपू सुल्तान की तलवार, जानें क्या है इसकी खासियत खैर जिस तरह की घटना बीते सालों फ्लोरिडा (
Florida ) में हुई है उसे देखते हुए ही यह नया क़ानून लाया गया है और बहुत सारे अभिभावकों को ये सही भी लग रहा है क्योंकि वो चाहते हैं कि उनके बच्चे सुरक्षित रहे। ऐसे में देखना ये होगा कि सरकार अपने फैसले पर टिकती है या अपना इरादा बदल लेती है।