वैज्ञानिकों का मानना है कि बाहरी ग्रह पर मिले धातु और पानी के सबूत जीवन के प्रमाण के लिए उम्मीद की एक किरण की ओर इशारा कर रहे हैं। इस बाहरी ग्रह का नाम WASP -127B है जो हमारी पृथ्वी से करीब 28 गुना ज़्यादा विशाल है। वैज्ञानिकों की मानें तो इस ग्रह पर महज़ 20 फीसदी ही घनत्व है जबकि इसकी बाकी की पूरी बनावट गैस से हुई है। WASP -127B की जानकारी दो संस्थानों की मदद से प्राप्त की गई है। जिसमें कैंब्रिज विश्वविद्यालय और स्पेन के Instituto de Astrofísica de Canarias (IAC) शामिल हैं, जिन्होंने एक खास तरह के टेलीस्कोप की मदद से WASP -127B की दुर्लभ जानकारी इकट्ठी की है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि इस बाहरी ग्रह पर मिले सोडियम और पोटैशियम की मौजूदगी से इस बात का भी पता चलता है कि यहां काफी साफ वायुमंडल भी है। जिससे यहां जीवन की भी संभावना काफी ज़्यादा है। इसके अलावा WASP -127B एक तारे के चारों ओर चक्कर भी लगा रहा है, जहां लीथियम की मौजूदगी साधारण से ज़्यादा है। वैज्ञानिकों ने बताया कि WASP -127B पर लीथियम की सही मौजूदगी की जानकारी प्राप्त करना काफी ज़रूरी है। क्योंकि इससे, इसकी बनावट की सटीक प्रक्रिया मालूम पड़ेगी। ये पूरी बात इस ओर भी इशारा कर रहा है कि यहां एलियंस भी हो सकते हैं।
एक रिपोर्ट की मानें तो 2020 तक जेम्स वेब नाम का स्पेस टेलीस्कोप बनकर तैयार हो जाएगा। जेम्स वेब को दुनिया का सबसे शक्तिशाली स्पेस टेलीस्कोप बताया जा रहा है, जो हमें साल 2020 या इसके आस-पास इस बाहरी ग्रह की सभी महत्वपूर्ण जानकारियां उपलब्ध कराने में मदद करेगा। बताते चलें कि
नासा के साथ-साथ यूरोपियन स्पेस एजेंसी संयुक्त रूप से जेम्स वेब का निर्माण कर रही हैं।