सिंध इलाके से लाए गए इस नमक को ‘सेंधा’ इसीलिए कहा जाता है क्योंकि इसे सिंध के इलाके से लाया गया था। सेंधा नमक लाहौर में बहुत मात्रा में पाया जाता है। मौजूदा समय में पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर पंजाब में नमक कोह नाम की मशहूर पहाड़ी है। यहां मौजूद खेवड़ा नमक खदान दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नमक की खान के रूप से जानी जाती है। यहां से हर साल लगभग 4.65 लाख टन नमक निकाला जाता है। इस खान में नमक की मात्रा इतनी है कि अगर पूरी दुनिया में नमक खत्म भी हो जाए तो आने वाले 500 सालों में यहां से नमक की सप्लाई की जा सकती है।
इतिहासकारों की मानें तो इस खान की होज सिकंदर के समय में हुई थी। जब सिकंदर ने खेवड़ा इलाके में धावा बोला तो वहां उसके घोड़ों नें दीवारों को चाटना शुरू किया। जिसके बाद पता चला कि यहां नमक की खान है। बता दें कि खेवड़ा खान में आज के समय 40 किलोमीटर का लंबा टनल है। इस खान को खोदते-खोदते आज यह कमरा नुमा हो गई है। बता दें कि इसे कमरे के आकार में इसलिए खोदा जाता है ताकि खान के ढांचे को सहारा मिलता रहे और वह गिरे नहीं।