इसके पीछे की वजह बड़ी खास है। इस गाँव के अधिकतर लोग विदेशों में नौकरी करते हैं। यहाँ रिपोर्ट्स की मानें तो 65 फीसदी लोग NRI हैं। कई सालों तक विदेश में रहने के बाद कुछ ने मदपार में आकर अपना बिजनस शुरू किया। ये सभी अब काफी अच्छी कमाई कर रहे हैं। विदेश में रहने वाले लोग भी अपने परिवार के लिए काफी मात्रा में पैसे यहाँ इस गाँव में भेजते हैं।
एक और खास बात ये है कि वर्ष 1968 में लंदन में मदपार विलेज एसोसिएशन की स्थापना की गई थी। ये स्थापना मदपार के लोगों ने ही की थी जो वहाँ रह रहे थे।