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घाटियों में होने वाले इन एक्सीडेंट्स को रोकने के लिए हिंदुस्तान पेट्रोलियम और लिओ बर्नेट ने एक यूनिक आइडिया को डेवलप किया। इसमें गाड़ी के हॉर्न बजाने की जगह सड़क को ही हॉर्न बजाने का सिस्टम डेवलप किया गया है।
इस तरह काम करती है तकनीक
देश में जम्मू-कश्मीर को जोड़ने वाले एनएच 1 पर सबसे पहले इस तकनीक का इस्तेमाल किया गया। इन घाटियों में रास्ते बेहद घुमावदार हैं।
जैसे ही कोई गाड़ी इन पोल्स के पास पहुंचेगी, सड़क से आवाज आने लगेगी। इससे दूसरी तरफ के ड्राइवर भी सचेत हो जाएंगे। खास बात यह है इस तकनीक के चलते इस इलाके में होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में काफी कमी दर्ज की गई है।
सरकार अब इस सिस्टम को बाकि अन्य जगहों पर भी इमप्लांट करने की प्लानिंग कर रही है। इसमें रोहतांग पास से लेकर लेह मनाली हाईवे भी शामिल है।
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