अभी तक देश-दुनिया के जो हालत है उससे एक बात तो जाहिर है कि इस खतरनाक वायरस के खिलाफ पूरी दुनिया को एकजुट होकर लड़ना होगा। लेकिन इसके लिए हमें ऐसी फालतू की अफवाहों से बचना होगा जिसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। फिलहाल कोरोना से निपटने के लिए सबसे जरूरी है कि हम एहतियात बरतें।
चीन ने कोरोना की दवा पर पूरी की रिसर्च, जानिए कितनी कारगर होगी इसकी खुराक
कुछ ऐसे सवाल और उनके जवाब को आजकल हर कोई पूछ रहा है
क्या गर्मियों के महीनों में कोरोना वायरस खत्म हो जाएगा?
यह पूरी तरह गलत अवधारणा है कि ऐसा हो जाएगा। पहले आईं महामारियों में भी ऐसा नहीं था, हां ये बात जरूर है कि मौसमी पैटर्न के हिसाब से आगे वो बीमारियां आगे नहीं बढ़ी थीं। जब हमारे यहां गर्मियां शुरू होती हैं, तब दक्षिणी गोलार्ध में सर्दियां का मौसम आ जाता हैं और इस वायरस का प्रभाव फिलहाल वैश्विक स्तर पर है।
ब्लड बैंक में हो रहा है कोरोना का टेस्ट?
किसी भी ब्लड बैंक में कोरोना टेस्ट नहीं किया जा रहा है। इसके लिए भारत में कुछ चुनिंदा लैब को चुना गया है जहां टेस्ट के लिए सैम्पल क्लेक्शन की व्यवस्था की गई है।
शाहरुख खान के गाने की तर्ज पर बना ‘कोरोना सॉन्ग’ हुआ सुपरहिट, देखें वायरल वीडियो
हाथ धुलने के लिए किस चीज का करें इस्तेमाल?
साबुन और पानी के मुकाबले हैंड सेनेटाइजर बेहतर विकल्प है ये भी पूरी तरह गलत है। अगर आपको हैंड सेनेटाइजर नहीं भी मिल रहे तो कोई बात नहीं। साबुन और पानी भी हमारी त्वचा से वायरस को खत्म करते हैं।
अगर आप अपनी सांस 10 सेकंड तक रोक सकते हैं, तो आपको कोरोना नहीं होगा?
यह बात भी कोरी अफवाह है। कोरोना से पीड़ित कई युवा मरीज अपनी सांस 10 सेकंड से ज्यादा समय तक भी रोक कर रख सकते हैं। वहीं कई बुजुर्ग जो इस वायरस से पीड़ित नहीं हैं, वह अपनी सांस नहीं रोक सकते।
गर्मियों में मच्छरों के काटने से तेजी से फैलेगा कोरोना?
गर्मियों में मच्छरों के काटने से कोरोना तेजी से फैलेगा इसकी कोई पुष्टि नहीं हुई है। इस वायरस का इंफेक्शन श्वसन नली से आनेवालीं बूंदों से फैलता है।