लोगों ने किया विरोध प्रदर्शन
बीते साल रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ म्यांमार की सेना की ओर से किए अत्याचारों पर कोई कार्रवाई न करने को लेकर आंग सान सू के खिलाफ दुनिया भर में विरोध प्रदर्शन किए गए थे। कई देशों में उनको मिले नोबेल पुरस्कार को वापस करने की मांग की गई थी। बीते साल संयुक्त राष्ट्र से आई एक रिपोर्ट में म्यांमार की सेना पर रोहिंग्या मुसलमानों की बड़े पैमाने पर हत्याओं के आरोप लगाए गए थे।
आंग सान सू ने कहा- रोहिंग्या मुसलमानों से हमें है खतरा
कई मीडिया रिपोर्ट्स में आंग पर आरोप लगाए गए थे कि रोहिंग्या समुदाय पर हो रहे अत्याचार आंग सान सू के कार्यकाल में ही हुए। रोहिंग्या समुदाय पर म्यांमार की सेना द्वारा किए गए अत्याचार पर तत्कालीन स्टेट काउंसिलर आंग सान सू का बयान आया था कि ‘हम आलोचनाओं से नहीं डरते, रोहिंग्या मुसलमानों ने देश पर हमले किए।’ आंग ने कहा था कि रोहिंग्या मुसलमान देश की सुरक्षा के लिए खतरा बन गए थे। इसलिए हमने उन्हें म्यांमार से खदेड़ दिया।’