पहले तो जंगल में घुसते ही हाथियों ने उनका पीछा किया जिससे ये तस्कर बुरी तरह से जख्मी हो गए। एक तस्कर की जान शेर के हमले से गई। खबर मिलते ही जब तस्कर के परिवार के सदस्य जंगल में उन्हें ढूंढ़ने के लिए गए तो कंकाल और कपड़ों के अलावा कुछ और उनके हाथ नहीं लगा।
क्रूगर नेशनल पार्क के अधिकारी ग्लेन फिलिप्स का घटना के बारे में कहना है कि क्रूगर नेशनल पार्क में जंगली जानवरों का डेरा है। ऐसे में पैदल जंगल में इस तरह से प्रवेश करना खतरे से खाली नहीं है। लंबे समय से काफी कोशिश करने के बाद भी जंगल से गैंडे की तस्करी को रोका नहीं जा रहा था। शायद इस घटना से बाकी के तस्करों को सबक मिला होगा। हालांकि हम मारे गए तस्करों के परिवार के प्रति वह दुख प्रकट करते हैं।
इस हादसे ने तो इंसानों को एक सबक सिखा ही दिया है कि बार-बार जंगली जानवरों को छेड़ने पर वह भी परेशान होते हैं और इस बात का बदला भी ले सकते हैं।