पांडूखेड़ी के किसान कैलाशचंद्र वर्मा का खेत कुबड़ाखेड़ी गांव में भी है। बैतूल के रहने वाले नाथूराम उनके खेतों की देखभाल व रखवाली करते हैं। पीड़ित किसान कैलाश चंद्र वर्मा ने बताया कि 15 मई को दोपहर में नाथूराम ने शराब पीकर जमकर हंगामा किया और अपनी पत्नी से मारपीट की। नाथूराम को रोकने के लिए उन्होंने डायल100 सूचना दी थी। डायल 100 ने मौके से नाथूराम को पकड़ उनको संबंधित थाना पथरौटा की पुलिस के हवाले कर दिया। बाद में पति-पत्नी में सुलह हो गया। सुलह होने के बाद प्रधान आरक्षक प्रहलाद तलवारिया ने किसान कैलाशचंद्र वर्मा से रिश्वत की डिमांड करने लगा। प्रधान आरक्षक का कहना था कि मामले का निराकरण कराने और डायल 100 भेजने के लिए किसान कैलाशचंद्र उसे ढाई हजार रुपये दें। आरोपी पुलिसकर्मी रिश्वत का दबाव लगातार बनाने लगा। थाने बुलाकर ढाई हजार लेने के बाद ही जाने दिया।
किसान ने किया बहादुरी का काम किसान कैलाशचंद्र वर्मा को रिश्वत के लिए प्रधान आरक्षक प्रहलाद बार-बार फोन करके परेशान कर रहा था। इसी वजह से कैलाशचंद्र ने रिश्वत लेते हुए प्रधान आरक्षक की मोबाइल पर रिकार्डिंग कर ली। एसपी संतोष सिंह गौर को शिकायती के साथ किसान ने सबूत के तौर पर वीडियो रिकार्डिंग और मोबाइल कॉल रिकार्डिंग भी दी।
एसपी संतोष सिंह गौर ने किसान की शिकायत व वीडियो-ऑडियो मिलने के बाद तत्काल प्रभाव से प्रधान आरक्षक को सस्पेंड कर दिया।