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होशंगाबाद

स्वाइन फ्लू से महिला की मौत, 48 घंटे बाद भी स्वास्थ्य विभाग बेखबर

जिला अस्पताल के वार्ड में जमी धूल, इटारसी में दवा है लेकिन डॉक्टर नहीं

होशंगाबादOct 27, 2018 / 11:54 pm

sandeep nayak

होशंगाबाद. हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी की 55 वर्षीय महिला की मौत स्वाइन फ्लू से हो गई लेकिन ४८ घण्टे बाद भी स्वास्थ्य विभाग मौत की असल वजह से बेखबर है। जिला अस्पताल में इससे निपटने के लिए तैयार किए गए स्वाइन फ्लू वार्ड में धूल जम रही है। अस्पताल का कबाड़ा भरा पड़ा है। इटारसी में दवा है लेकिन देने के लिए डॉक्टर नहीं है। ऐसे में सिर्फ रैफर करने के अलावा कोई चारा नहीं है।
जिले के स्वास्थ्य विभाग के हाल यह हैं कि उन्हें ना महिला की मौत के कारणों का पता है और ना ही क्षेत्र में स्वाइन फ्लू लैला उस इलाके में कोई छानबीन की गई। इधर एम्स के जारी डेथ सर्टिफिकेट से मामला साफ हो गया है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग देर रात तक महिला की मौत के कारणों को छुपाने के प्रयासों में लगा रहा। सीएमएचओ 48 घंटे बाद भी मौत के कारणों का पता नहीं लगा सके। पत्रिका के पास मृतक महिला की मृत्यु की रिपोर्ट मौजूद है। एम्स से मिली रिपोर्ट के मुताबिक महिला को दिल का दौरा और सांस लेने में तकलीफ मतलब फेफड़े में संक्रमण अधिक होना पाया गया है। रिपोर्ट में मृतक महिला को स्वाइन फ्लू को एन१एच१ पॉजेटिव और भी बताया गया है, लेकिन विभाग ने अभी तक कोई भी जमीनी कार्रवाई नहीं की है।
जिला अस्पताल के वार्ड के हाल-बेहाल
जिला अस्पताल में स्वाइन फ्लू के मरीजों के उपचार के लिए किसी तरह की व्यवस्थाएं नहीं है। जिला अस्पताल प्रबंधन ने भी साफ कर दिया है कि अस्पताल में आने वाले संदिग्धों को एमडी मेडीसिन विशेषज्ञ नहीं होने के कारण सीधे भोपाल के लिए रैफर किया जाएगा। वहीं दूसरी ओर अस्पताल में तैयार किया गया स्वाइल फ्लू वार्ड में ताला लटका हुआ है। पत्रिका की पड़ताल में स्वाइन फ्लू वार्ड में लगे पलंग में मोटी धूल जम रही थी। आठ पलंग के बार्ड में पक्षियों ने चारों ओर गंदगी फैलाई हुई थी। इतना ही नहीं, वार्ड में गर्मी के बाद बंद हुए कूलर और अन्य कबाड़ को आधे वार्ड में पर्दा खींच कर रखवा दिया गया था।
सर्दी खांसी के मरीजों की ओपीडी भी नहीं बदली
स्वाइन फ्लू अलर्ट के बाद अस्पताल में आने वाले सर्दी खांसी के मरीजों की आेपीडी को भी अलग करने का प्रावधान है, लेकिन जिले में अब तक हुई दो मौतों के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने कोई कदम नहीं उठाया है। सर्दी खांसी के मरीजों की सामान्य मरीजों के साथ ही ओपीडी है।
सैंपल लेने के लिए कोई ट्रेंड डॉक्टर नहीं
जिला अस्पताल में एन१एच१ के सैंपल लेने के लिए कोई ट्रेंड डॉक्टर नहीं है, जबकि विशेष ट्रेनिंग के बाद डॉक्टर सैंपल लेते हैं। संक्रमण से बचने के लिए विशेष पोषक उपलब्ध कराई जाती है। जिसके बाद जांच के लिए सैंपल को भोपाल भेजा जाता है।
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जिम्मेदार के बोल
महिला की मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट है और स्वाइन फ्लू है। हमने उनके घर में सभी एक्टीविटी पूरी करा ली है। परिजनों को टेमी फ्लू की दवाएं भी दी है।
– जेएस अवास्या, सीएमएचओ होशंगाबाद


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